Upcoming IPO: दिसंबर महीने में आने वाला है इस कंपनी का IPO, जानें डिटेल्स

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Upcoming IPO: दिसंबर महीने में आने वाला है इस कंपनी का IPO, जानें डिटेल्स
05 Dec 2022
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News Synopsis

Upcoming IPO: आईपीओ IPO यानी आरंभिक सार्वजनिक निर्गम  Initial public offering (IPO) में न‍िवेश करना कई बार फायदे का सौदा माना जाता है। आईपीओ में निवेशकों की कई बार अच्छी कमाई हो जाती है। अगर आप भी आईपीओ में निवेश करने का मन बना रहे हैं तो आपके लिए अच्छा मौका आने वाला है। रियल एस्टेट Real Estate की एक कंपनी इस महीने यानी दिसंबर में अपना आईपीओ upcoming ipo in india लाने की योजना बना रही है। रियल एस्टेट कंपनी सिग्नेचर ग्लोबल Signature Global India Limited इस महीने के अंत तक अपना 1,000 करोड़ रुपए का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) ला सकती है।

कंपनी सिग्नेचर ग्लोबल इंडिया लिमिटेड Signature Global India Limited मुख्य रूप से सस्ते मकान Affordable Housing बनाने पर ध्यान केंद्रित करती है। सिग्नेचर ग्लोबल इंडिया लिमिटेड Signature Global India Limited को 24 नवंबर को भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड Securities and Exchange Board of India (SEBI) से आईपीओ की मंजूरी मिल गई है। कंपनी ने जुलाई में सेबी के पास आईपीओ दस्तावेज जमा कराए थे। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कंपनी जल्द नया अद्यतन दस्तावेजों का मसौदा जमा कराएगी, क्योंकि उसका इरादा इस माह के अंत तक पूंजी बाजार Capital Market में उतरने का है। दस्तावेजों के अनुसार, आईपीओ के तहत कंपनी 750 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी करेगी और 250 करोड़ रुपये की बिक्री पेशकश (ओएफएस) लाएगी।

दिल्ली-एनसीआर Delhi-NCR की कंपनी सिग्नेचर ग्लोबल ने 2014 में अपनी अनुषंगी सिग्नेचर बिल्डर्स Signature Builders के जरिये परिचालन शुरू किया था। कंपनी ने सबसे पहले हरियाणा के गुरुग्राम Gurugram of Haryana में 6.13 एकड़ जमीन पर ‘सोलेरा’ परियोजना पेश की थी। दस्तावेजों के मसौदे के अनुसार, ‘‘हमारा परिचालन एक दशक से भी कम समय में काफी तेजी से बढ़ा है। 31 मार्च, 2022 तक हमने दिल्ली-एनसीआर में 23,453 आवासीय और वाणिज्यिक इकाइयां Residential and Commercial Units बेची हैं। इनमें कुल बिक्री योग्य क्षेत्रफल 1.45 करोड़ वर्ग फुट से अधिक है।’’

वहीं कंपनी नये पब्लिक इश्यू से मिली रकम का इस्तेमाल कर्ज भुगतान, भूमि अधिग्रहण और सामान्य कारोबारी उद्देश्यों के लिए करेगी. आईपीओ के जरिए जुटाई गई रकम से कंपनी अपनी सब्सिडियरीज Subsidiaries का कर्ज चुकाने में भी करेगी।