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आज है वर्ल्ड लिसनिंग डे, जानिए क्यों मनाया जाता है यह दिन

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आज है वर्ल्ड लिसनिंग डे, जानिए क्यों मनाया जाता है यह दिन
18 Jul 2022
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News Synopsis

सुनना कितना जरूरी होता है, क्या कभी आपने इसके बारे में सोचा है और क्या आपने यह सोचा है कि सुनने पर बात करने के लिए, इसको समझने के लिए कोई एक खास दिन होना चाहिए। जिस प्रकार से तमाम चीजों का दिन होता है, मुस्कुराने का दिन होता है, प्यार करने का एक दिन होता है, माता पिता के नाम का कैलेंडर में एक खास दिन होता है।  क्या उसी तरीके से सुनने के लिए भी कोई दिन होता है। जी हां बिल्कुल होता है। 18 जुलाई यानी आज वर्ल्ड लिसनिंग डे World Listening Day है। 

आपको बता दें कि इस दिन को मनाने के पीछे का मूल मकसद सुनना और सुनने का अभ्यास Practice of Listening करना है और इसके जरिए दुनिया की संस्कृतियों, समाजों, पर्यावरण और सभ्यताओं Cultures, Societies, Environment and Civilizations को समझने की कोशिश की जाती है। इसका मकसद मानव और प्रकृति के बीच में मौजूद संबंध को और प्रगाढ़ करना और उस संबंध में अंतर्निहित तत्वों को समझना है। यह ध्वनियों के अध्ययन का दिन है। 

वर्ल्ड लिसनिंग डे या विश्व श्रवण दिवस 18 जुलाई को कनाडा के संगीतकार Canadian musician और मशहूर पर्यावरणविद् रेमंड मरे शेफ़र environmentalist Raymond Murray Schaefer के जन्मदिन के अवसर पर मनाया जाता है। रेमंड को ध्वनिक पारिस्थितिकी के संस्थापक Founder of acoustic ecology के रूप में देखा जाता था। वर्ल्ड लिसनिंग डे को मनाने की शुरुआत 2010 में हुई थी। अगर हमने अपने आस पास की आवाज को समझ लिया तो हो सकता है हम अपने लिए एक नई दुनिया खोज सकें। जहां एक अलग सा जीवन मुमकिन हो। इस बात की गहराई से हम समझ सकते हैं कि वर्ल्ड लिसनिंग डे के मायने कितने गहरे हैं।