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यह देश महंगाई को काबू करने के लिए अपना सकता है RBI मॉडल - रिपोर्ट

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यह देश महंगाई को काबू करने के लिए अपना सकता है RBI मॉडल - रिपोर्ट
14 Jun 2022
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News Synopsis

भारत में महंगाई Inflation in India पिछले कुछ महीनों से जोरों पर है। इसके बावजूद स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया State Bank of India की एक रिपोर्ट Report का कहना है कि भारतीय रिजर्व बैंक Reserve Bank of India महंगाई काबू करने के मामले में काफी आगे रहा है। वहीं जानकार आश्वस्त हैं कि आरबीई अगस्त और अक्टूबर में मौद्रिक नीति समीक्षा Monetary Policy Review में रेपो रेट Repo Rate बढ़ाएगा। जबकि रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि महंगाई के अब इस स्तर से ऊपर जाने के आसार नहीं हैं।

एसबीआई की रिपोर्ट के अनुसार ऐसा लगता है कि महंगाई दर अपने उच्च स्तर पर पहुंच चुकी है। आपको बता दें कि खुदरा मुद्रास्फीति Retail Inflation अप्रैल में करीब 8 साल के उच्च स्तर 7.79 प्रतिशत पर पहुंच गई थी। हालांकि मई में यह कुछ नरम होकर 7.04 प्रतिशत पर आ गई। इस रिपोर्ट के अनुसार मुद्रास्फीति भी मई में नरम पड़कर 6.09 प्रतिशत रही, जो अप्रैल में 6.97 प्रतिशत थी। इसमें 2022-23 में औसत महंगाई दर 6.7 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया गया है।

एसबीआई के ग्रुप चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर SBI Group Chief Economic Advisor सौम्य कांति घोष Soumya Kanti Ghosh ने कहा है कि हमारा मानना है कि आरबीआई मुद्रास्फीति को काबू में लाने के लिये काफी आगे है और अमेरिकी केंद्रीय बैंक America Central Bank फेडरल रिजर्व Federal Reserve अमेरिका में मुद्रास्फीति को काबू में करने के लिए रिजर्व बैंक के मॉडल Reserve Bank Models को अपना सकता है। बता दें कि अमेरिका में महंगाई दर America inflation rate मई में चार दशक के उच्च स्तर 8.6 प्रतिशत पर पहुंच गई है।

इस रिपोर्ट के मुताबिक, ऐसा अनुमान है कि आरबीआई अगस्त में मौद्रिक नीति समीक्षा में रेपो रेट में वृद्धि कर सकता है। जिसकी वजह से जून में मुद्रास्फीति 7 फीसदी से ऊपर रह सकती है। इसके बाद अक्टूबर में भी रेपो रेट में वृद्धि की जा सकती है। आपको बता दें कि आरबीआई ने पिछले 1 महीने में 2 बार रेपो रेट बढ़ाया है। रिजर्व बैंक ने इस महीने मौद्रिक नीति समीक्षा में चालू वित्त वर्ष के लिये मुद्रास्फीति के अनुमान को 5.7 फीसदी से बढ़ाकर 6.7 फीसदी कर दिया है।