सफलता की पहचान गेट्स और मार्क

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सफलता की पहचान गेट्स और मार्क
25 Dec 2021
8 min read

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बिल गेट्स दुनिया के उन थोड़े महान लोगों में गिने जाते हैं, जिन्होंने भारत के साथ-साथ पूरी दुनिया को नए सिरे से व्यवसाय करने का तरीका सिखलाया। बच्चा हो या बूढ़ा हर कोई मार्क ज़ुकरवर्ग के नाम से परचित है और अगर इनके नाम से परिचित नहीं भी है, तो इनके बनाये हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जिसका नाम फेसबुक है। आज हम उन्हीं टॉप उद्द्यमियों से दो का ज़िक्र करते हैं।

सारी दुनिया स्टार्टअप- startup का राग अलाप रही है, मगर कितने लोग ऐसे होंगें जो अपने स्टार्टअप को आज शीर्ष तक ले जाने में सक्षम रहे हैं। जब कभी आप इस ओर सोचते हैं तो गिने चुने लोग आपके ज़हन में आते हैं, जिनके नाम उँगलियों पर भी गिने जा सकते हैं। सच तो यही है कि पौधे को वृक्ष बनने में हवा के थपेड़ों का भी सामना करना पड़ता है और गुज़रते तूफानों का भी सामना करना पड़ता है। यह सब सहने के बाद एक वृक्ष कहीं जाकर लोगों को फल और छाया दे पाता है। ऐसा ही कुछ इस सदी के टॉप entrepreneurs ने करके दिखया है, जोकि कभी एक स्टार्टअप का रूप थे मगर आज वे मिलिनियर millionaire हैं। आज हम उन्हीं टॉप उद्द्यमियों top entrepreneur में से दो का ज़िक्र करते हैं।

बिल गेट्स Bill Gates

बिल गेट्स दुनिया के उन थोड़े महान लोगों में गिने जाते हैं, जिन्होंने भारत के साथ-साथ पूरी दुनिया को नए सिरे से व्यवसाय business करने का तरीका सिखलाया। इन्होने स्वयं भी उन्ही तारीखों को अपनाया जिसका परिणाम यह निकला कि आज यह दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों की श्रंखला में एक मोती की तरह सजे हुए हैं। बच्चा-बच्चा इनके नाम से तो परिचित है, परन्तु इनके जीवन की कहानी और इनका इस मुक़ाम तक पहुंचना आखिर कैसे संभव हुआ, लोग शायद इन बातों से थोड़ा अनभिज्ञ unaware हैं। तो आइये जानें कुछ इनसे जुड़ी बातें। 

बिल गेट्स के बारे में अक्सर कहा जाता है कि वे बहुत परोपकारी और सामजिक व्यक्ति social person होने के साथ काफी हंसमुख व्यक्ति भी हैं। अमेरिका के वाशिंगटन में रहने वाले बिल गेट्स माइक्रोसॉफ्ट फाउंडेशन Microsoft Foundation के संस्थापक founder के साथ-साथ  इन्हें अमेरिकी बिजनेस मैग्नेट, निवेशक, लेखक American business magnate, investor, author की ख्याति भी प्राप्त हैं। माइक्रोसॉफ्ट, जिसे इन्होंने 1975 में पॉल एलन के साथ लॉन्च किया था। बिगेट्स 1995 से 2017 तक दुनिया के सबसे अमीर लोगों की सूची में बने रहे यहाँ तक कि बिल गेट्स को फोर्ब्स ने दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति का खिताब भी दिया।

बिल गेट्स से क्या सीखा जा सकता है

उनका अक्सर यही कहना रहा कि आप सबसे पहले खुद के मालिक बनें और जिस भी कार्य को शुरू करना चाहते हैं उसकी शुरुआत जल्द करें।  बिल गेट्स की इस बड़ी सफलता का मुख्य कारण यह था कि उन्होंने जल्दी शुरुआत की। बड़े मजे की बात है कि बिल गेट्स ने 13 साल की उम्र से कंप्यूटर पर कार्य करना शुरू कर दिया था, क्योंकि उनको नया-नया सीखने का जुनून था। शायद इसी वजह से उन्हें बाद के वर्षों में माइक्रोसॉफ्ट शुरू करने के लिए बड़ी सफलता हासिल करने में मदद मिली। उन्होंने दूसरों के लिए काम करने में कोई समय बर्बाद नहीं किया।   इसलिए यदि आप बिल गेट्स की तरह बनना चाहते हैं, तो जल्दी शुरू करें और अपने सपनों पर काम करें।

If you can’t make it good, at least make it look good. ― Bill Gates

मार्क ज़ुकरवर्ग  Mark Zuckerberg

इस शख्सियत को आखिर कौन नहीं जानता। बच्चा हो या बूढ़ा हर कोई मार्क ज़ुकरवर्ग के नाम से परचित है और अगर इनके नाम से परिचित नहीं भी है, तो इनके बनाये हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म social media platform जिसका नाम फेसबुक facebook है उससे तो परिचित होंगे  ही। इतने कम समय में इतना पॉपुलर हो पाना बहुत कम ही देखने को मिलता है। एक छोटी सी ऑनलाइन सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट एक दिन पूरी दुनिया को अपनी कैद में कर लेगी कोई नहीं जनता था, शायद ज़ुकरवर्ग भी नहीं। एक सही आईडिया और सच्ची लगन से किया गया  कार्य देर सवेर रंग बिखेरता ही है। मार्क इलियट जुकरबर्ग एक अमेरिकी प्रौद्योगिकी, उद्यमी और दयालु व परोपकारी व्यक्ति हैं। इनके सामाजिक व्यक्तित्व के कारण भी ये बहुत प्रचलित हैं। आज फेसबुक की कई शाखाएं हो गयी हैं जैसे कि whatsapp, Instagram आदि। तरोताज़ा  खबर यह भी है की अक़ब फेसबुक ने अपना नाम बदल कर META  कर दिया है। इतनी सारी उपलब्धियों ने मार्क ज़ुकरवर्ग को दुनिया के सबसे अमीर आदमियों की श्रेणि में ला दिया है। वह 50 से कम उम्र के एकमात्र व्यक्ति हैं जो फोर्ब्स के दस सबसे अमीर लोगों की सूची में हैं और "शीर्ष 20 अरबपतियों" की सूची में 40 से कम उम्र के एकमात्र व्यक्ति हैं। उनकी सोशल नेटवर्किंग कंपनी फेसबुक में लगभग 2.7 बिलियन से अधिक सक्रिय उपयोगकर्ता हैं।

मार्क ज़ुकरवर्ग से क्या सीखा जा सकता है

मार्क जुकरबर्ग कभी भी धन अर्जित करने के पीछे नहीं भागते थे उनका कहना आज भी यही है कि पैसे के पीछे न भागें। उनका एक कथन है कि "मेरा लक्ष्य कभी भी केवल एक कंपनी बनाने का नहीं था। बहुत से लोग इसका गलत अर्थ निकालते हैं जैसे कि मुझे राजस्व या लाभ या इनमें से किसी भी चीज़ की परवाह नहीं है। लेकिन मेरे लिए 'सिर्फ' नहीं होने का मतलब कुछ ऐसा निर्माण करना है जो वास्तव में दुनिया में एक बड़ा बदलाव लाए।"

तो इसका क्या अर्थ हुआ? समझें, पैसा उप-उत्पाद के रूप में आता है। पैसे का पीछा न करें, इसके बजाय, एक अद्भुत उत्पाद या सेवा बनाने पर ध्यान केंद्रित करें जो दूसरों के जीवन को बेहतर बनाता है। फिर, आप अंततः मार्क जुकरबर्ग की तरह ही पैसा कमाएंगे।

The biggest risk is not taking any risk in a world that is changing really quickly, the only strategy that is guaranteed to fail is not taking risks. ---- Mark zuckerberg