जीडीपी वित्त वर्ष 2021-22 में 8.7 फीसदी की दर से बढ़ी 

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जीडीपी वित्त वर्ष 2021-22 में 8.7 फीसदी की दर से बढ़ी 
01 Jun 2022
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News Synopsis

मंगलवार Tuesday को केंद्र सरकार Central Government ने 31 मार्च को समाप्त हुई चौथी तिमाही में देश की जीडीपी के आंकड़े GDP figures पेश किए हैं। इन आंकडों से अर्थव्यवस्था का ताजा हाल पता चलता है। इसके अनुसार, वित्त वर्ष 2021-22 में देश की जीडीपी 8.7 फीसदी की दर से बढ़ी है। इसके पहले वर्ष 2020-21 में अर्थव्यवस्था में 6.6 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी। सरकारी आंकड़ों को देखने से पता चलता है कि 31 मार्च को समाप्त हुई चौथी तिमाही में जीडीपी की रफ्तार 4.1 फीसदी रही है। इससे पहले अक्तूबर-दिसंबर तिमाही October-December quarter के दौरान आर्थिक वृद्धि दर 5.4 फीसदी रही थी।

अनुमान जताया गया था कि कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी और रूस-यूक्रेन युद्ध के लंबा खिंचने के कारण मार्च तिमाही में जीडीपी सुस्त रह सकती है। इन दोनों कारणों का असर चौथी तिमाही के जीडीपी आंकड़ों में देखने को मिला है। सरकार की ओर से जारी किए गए आंकड़ों को माने तो, 6.9 फीसदी के संशोधित बजट अनुमान revised budget estimates के मुकाबले 2021-22 में राजकोषीय घाटा fiscal deficit सकल घरेलू उत्पाद  Gross Domestic Product का 6.71 फीसदी रहा है।

यह संशोधित लक्ष्य से 20 बेसिस प्वाइंट basis point (BPS) से कम कर रहा है। ध्यान देने वाली बात ये है कि बजट के अनुसार, राजकोषीय घाटे को संशोधित कर 15.91 लाख करोड़ रुपए कर दिया गया था। ताजा आंकड़ों को देखें तो घाटा वास्तविक वित्तीय घाटे real fiscal deficit 15.87 लाख करोड़ रुपए से 4,552 करोड़ रुपए कम है।