टेस्ला 15 जुलाई को मुंबई में पहला एक्सपीरियंस सेंटर खोलेगी

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टेस्ला 15 जुलाई को मुंबई में पहला एक्सपीरियंस सेंटर खोलेगी
11 Jul 2025
7 min read

News Synopsis

Tesla अगले हफ़्ते 15 जुलाई को मुंबई में अपने पहले एक्सपीरियंस सेंटर के उद्घाटन के साथ इंडियन मार्केट में औपचारिक रूप से प्रवेश करने के लिए तैयार है। यह वर्षों की अटकलों और योजनाओं के बाद अमेरिका स्थित इलेक्ट्रिक व्हीकल दिग्गज के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।

मुंबई के प्रमुख बिज़नेस क्षेत्र बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स के जियो वर्ल्ड ड्राइव में स्थित 4,000 वर्ग फुट का यह शोरूम विज़िटर्स को टेस्ला की इलेक्ट्रिक कारों और संबंधित टेक्नोलॉजीज को देखने का अवसर प्रदान करेगा। हालाँकि शुरुआत में टेस्ट ड्राइव और व्हीकल की डिलीवरी उपलब्ध होने की उम्मीद नहीं है।

लॉन्च से पहले Tesla ने भारत में लगभग 10 लाख डॉलर मूल्य के व्हीकल्स, सुपरचार्जर और एक्सेसरीज इम्पोर्ट किए हैं, जो मुख्य रूप से China और United States से इम्पोर्ट किए गए हैं। इम्पोर्ट्स व्हीकल्स में कंपनी की पॉपुलर मॉडल Y SUV की छह यूनिट शामिल हैं, जिनमें से पाँच व्हीकल्स की कीमत 32,500 डॉलर प्रति व्हीकल और एक लॉन्ग-रेंज वैरिएंट की कीमत 46,000 डॉलर है।

देश में फिजिकल उपस्थिति स्थापित करने के बावजूद टेस्ला ने अभी तक लोकल मैन्युफैक्चरिंग प्लांट स्थापित करने के लिए कमिटमेंट नहीं जताई है। भारत विदेशी इलेक्ट्रिक व्हीकल्स पर हाई इम्पोर्ट ड्यूटी लगाता है, जो व्हीकल के वैल्यू के आधार पर लगभग 70% से 100% तक होता है, जो टेस्ला की योजनाओं के लिए एक बाधा रहा है। Union Minister for Heavy Industries HD Kumaraswamy ने कहा कि टेस्ला ने लोकल स्तर पर व्हीकल्स बनाने में कोई ठोस रुचि नहीं दिखाई है, बल्कि इम्पोर्टेड मॉडल बेचना पसंद कर रही है।

पिछले महीने टेस्ला के भारत प्रमुख प्रशांत मेनन के इस्तीफे के बाद, भारत में कंपनी का ऑपरेशन वर्तमान में उसकी चीन स्थित टीम द्वारा देखा जा रहा है। अभी तक किसी उत्तराधिकारी की घोषणा नहीं की गई है।

टेस्ला के अब भारत में चार नोन कमर्शियल साइट हैं, जिनमें नया मुंबई शोरूम, कुर्ला वेस्ट में एक सर्विस सेंटर, पुणे में एक इंजीनियरिंग हब और बेंगलुरु में इसका रजिस्टर्ड ऑफिस शामिल है। कंपनी बीकेसी क्षेत्र के पास एक टेम्पररी ऑफिस भी ऑपरेट करती है।

भारत में अपना ऑफिस खोलने का यह कदम ऐसे समय उठाया गया है, जब टेस्ला ग्लोबल माँग में कमी और एक्सेस प्रोडक्शन कैपेसिटी से जूझ रही है। पिछले साल CEO Elon Musk द्वारा भारत की अपनी नियोजित यात्रा के दौरान 2-3 अरब डॉलर के निवेश की घोषणा करने की उम्मीद थी, लेकिन यह ट्रिप कैंसिल कर दी गई।

टेस्ला भारत में सेल, सर्विस, स्टोर मैनेजमेंट, सप्लाई चेन और ऑटोनॉमस ड्राइविंग ऑपरेशन जैसे विभिन्न पदों पर नियुक्तियाँ कर रही है, जिससे उसकी लोकल टीम का क्रमिक विकास हो रहा है।

दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा कार मार्केट भारत लंबे समय से लोकल इलेक्ट्रिक व्हीकल मैन्युफैक्चरिंग के लिए पॉलिसी इंसेंटिव के साथ टेस्ला को आकर्षित करने की कोशिश कर रहा है, लेकिन ऑटोमेकर कंपनी अभी भी सतर्क है, और रिटेल-फोकस्ड एंट्री का ऑप्शन चुन रही है।

पिछले छह महीनों में टेस्ला के शेयरों में 23% से ज़्यादा की गिरावट आई है, क्योंकि कंपनी को प्रमुख मार्केट्स में बढ़ती कम्पटीशन और कम होती माँग का सामना करना पड़ रहा है।