ऑनलाइन गेमिंग में कर चोरी का खेल, 58 हजार करोड़ कमाने पर भी टैक्स शून्य

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ऑनलाइन गेमिंग में कर चोरी का खेल, 58 हजार करोड़ कमाने पर भी टैक्स शून्य
28 Sep 2022
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News Synopsis

ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री Online Gaming Industry पर केंद्र सरकार Central Government की सख्ती से टैक्स चोरी व फर्जीवाड़े Tax Evasion & Fraud के बड़े खेल का खुलासा हुआ है। देश में बीते तीन साल में लोगों ने ऑनलाइन गेम Online Games खेलकर 58 हजार करोड़ रुपए की रकम जीती है। लेकिन, इस पर कभी कर नहीं चुकाया गया। जबकि, यूनिकॉर्न स्टार्टअप गेम्सक्राफ्ट टेक्नोलॉजी Unicorn Startup Gamescraft Technology के 6 साल से वस्तु एवं सेवाकर Central Board of Direct Taxes (जीएसटी) न देने का भी खुलासा हुआ है।

कंपनी ने जुए के लिए ग्राहकों को फर्जी इनवॉयस Fake Invoice भी जारी किए। फोरेंसिक जांच में जानकारी सामने आई है कि ग्राहकों के वॉलेट में रकम आने के बाद उसे निकालने का कोई तरीका नहीं है। यह आश्चर्यजनक तथ्य भी सामने आया कि सात महीने पहले ही प्रतिबंधित की जा चुकी कंपनी अपना धंधा बदस्तूर जारी रखे हुए है, दूसरी कंपनी यूजर्स से 2,850 करोड़ रुपये वसूल चुकी है। ईडी ने मंगलवार को इन कंपनियों पर शिकंजा कसा है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के प्रमुख नितिन गुप्ता ने मंगलवार को बताया, आयकर विभाग ने ऑनलाइन गेम खेलने और जीतने वाले लोगों को नोटिस जारी करना शुरू कर दिया है।

गड़बड़ी के सबूत मिलने पर प्रवर्तन निदेशालय Directorate of Enforcement (ईडी) भी कार्रवाई शुरू करेगा। उन्होंने कहा, ऐसे सभी विजेताओं को नोटिस भेजे जा रहे हैं, जिनकी आय व कर भुगतान में कोई मेल नहीं है। गुप्ता ने कहा, हमारे पास सभी लोगों का डाटा है, जिन्होंने तीन साल में ऑनलाइन गेमिंग से 58,000 करोड़ रुपये जीते हैं।

नोटिस कर अनुपालन पोर्टल पर हैं। सभी को स्वेच्छा से कर चुकाने के लिए कहा जा रहा है। जबकि, जीएसटी चोरी में बंगलूरू की ऑनलाइन गेमिंग कंपनी गेम्सक्राफ्ट टेक्नोलॉजी को 21 हजार करोड़ रुपये का नोटिस भेजा है। अप्रत्यक्ष कर के इतिहास में इसे सबसे बड़ी रकम वाला नोटिस माना जा रहा है।