News In Brief Business and Economy
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एसजेवीएन को राजस्थान में 100 MW सौर ऊर्जा परियोजना के लिए मंजूरी मिली

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एसजेवीएन को राजस्थान में 100 MW सौर ऊर्जा परियोजना के लिए मंजूरी मिली
13 Oct 2023
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News Synopsis

एसजेवीएन के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नंद लाल शर्मा Nand Lal Sharma Chairman and Managing Director SJVN ने कहा कि एसजेवीएन को राजस्थान ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड Rajasthan Energy Development Corporation Limited से 2.62 रुपये प्रति यूनिट के टैरिफ पर 100 मेगावाट सौर ऊर्जा परियोजना के लिए लेटर ऑफ अवार्ड Letter of Award मिला है।

एसजेवीएन की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी एसजीईएल के माध्यम से बिल्ड ओन एंड ऑपरेट Build Own and Operate के आधार पर सुरक्षित की गई थी। इस परियोजना को अनुमानित विकास लागत रुपये पर विकसित किया जाना है। ईपीसी अनुबंध के माध्यम से राजस्थान में 600 करोड़ की यह परियोजना बिजली खरीद पर समझौता करने की तारीख से 18 महीने की अवधि में शुरू की जाएगी, जिस पर आरयूवीएनएल और एसजीईएल के बीच 25 वर्षों के लिए समझौता किया जायेगा।

नंद लाल शर्मा ने कहा कि इस परियोजना से पहले वर्ष में 252 समझौते और 25 वर्षों की अवधि में 5866 समझौता उत्पादन होने की उम्मीद है। इस परियोजना के चालू होने से 287434 टन कार्बन उत्सर्जन कम होने की उम्मीद है।

एसजेवीएन SJVN राज्य में 1000 मेगावाट की बीकानेर सौर परियोजना Bikaner Solar Project भी विकसित कर रहा है। भारत की माननीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू President Draupadi Murmu ने 3 जनवरी 2023 को इस परियोजना की आधारशिला रखी। इसके अतिरिक्त एसजेवीएन ने पहले राज्य के भीतर 10 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं/पार्कों के विकास के लिए राजस्थान सरकार के साथ समझौता किया।

वर्तमान में एसजेवीएन का परियोजना पोर्टफोलियो 58144 मेगावाट है, और कंपनी की अपने नवीकरणीय ऊर्जा पोर्टफोलियो का विस्तार करने की प्रतिबद्धता भारत सरकार के हरित ऊर्जा संक्रमण के लक्ष्य के अनुरूप है। एसजेवीएन 2026 तक 12,000 मेगावाट के अपने मिशन और 2030 तक 25,000 मेगावाट के साझा लक्ष्य और 2040 तक 50,000 मेगावाट की स्थापित क्षमता हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध है।

एसजेवीएन के बारे में:

एसजेवीएन लिमिटेड विद्युत मंत्रालय के नियंत्रणाधीन एक शेड्यूल–'ए' मिनी रत्न श्रेणी-। सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम है, जिसकी स्थापना 24 मई 1988 को भारत सरकार तथा हिमाचल प्रदेश सरकार के संयुक्त उपक्रम के रूप में की गई थी। एसजेवीएन अब एक सूचीबद्ध कंपनी है, जिसमें उसके शेयरहोल्डर पैटर्न के तहत भारत सरकार, हिमाचल प्रदेश सरकार एवं जनता का क्रमशः 59.92% , 26.85% एवं 13.23% का इक्विटी अंशदान शामिल है। एसजेवीएन की मौजूदा भुगतान की गई पूंजी तथा अधिकृत शेयर पूंजी क्रमशः 3929.80 करोड़ तथा 7000 करोड़ है। एसजेवीएन की कुल पूंजी दिनांक 31.03.2023 को 13821.97 करोड़ है ।

कंपनी ने एकल परियोजना तथा एकल राज्य परिचालन (यथा हिमाचल प्रदेश में भारत का सबसे बड़ा 1500 मेगावाट की नाथपा झाकड़ी जलविद्युत स्टेशन) से अपनी शुरूआत कर कुल 2091.5 मेगावाट की स्थापित क्षमता की आठ परियोजनाओं की कमीशनिंग कर ली है। एसजेवीएन वर्तमान में भारत के पड़ोसी देश जैसे  नेपाल के अलावा भारत में हिमाचल प्रदेश, उत्तराखण्ड, बिहार, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, पंजाब, अरुणाचल प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, असम, ओडिशा, मिजोरम तथा मध्य प्रदेश में विद्युत परियोजनाओं का निष्पादन कर रहा है।