गैस की कीमतों में उछाल से 40 हजार करोड़ रुपये बढ़ सकती है खाद सब्सिडी: क्रिसिल

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 गैस की कीमतों में उछाल से 40 हजार करोड़ रुपये बढ़ सकती है खाद सब्सिडी: क्रिसिल
28 Oct 2022
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News Synopsis

क्रिसिल Credit Rating Information Services of India Limited (CRISIL) के मुताबिक प्राकृतिक गैस की कीमतों Natural Gas Prices में उछाल से चालू वित्त वर्ष में खाद सब्सिडी 40,000 करोड़ बढ़कर 2.55 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा पहुंच सकती है। 2022-23 के बजट में खाद सब्सिडी Fertilizer Subsidies पर 2.15 लाख करोड़ खर्च होने का अनुमान था। क्रेडिट रेटिंग एजेंसी Credit Rating Agency क्रिसिल ने रिपोर्ट में कहा है कि, प्राकृतिक गैस खाद निर्माण Fertilizer Manufacturing के लिए प्रमुख कच्चा माल है। लेकिन, फरवरी में रूस-यूक्रेन युद्ध Russo-Ukraine War शुरू होने के बाद से प्राकृतिक गैस के दाम कई गुना बढ़ चुके हैं। रूस प्राकृतिक गैस का दुनिया का सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता है।

इसके अलावा, सरकार ने भी एक अप्रैल, 2022 से घरेलू स्तर पर उत्पादित गैस की कीमतों में 150 फीसदी की भारी वृद्धि की है। क्रिसिल के निदेशक नवीन वैद्यनाथन Director Naveen Vaidyanathan ने अपने बयान में कहा है कि, यूक्रेन युद्ध के बीच तिमाही आधार पर जुलाई-सितंबर में गैस की कीमतें 10 फीसदी बढ़ी हैं।  उन्होंने बताया, गैस की कीमत में एक डॉलर की वृद्धि से घरेलू स्तर पर उत्पादित खाद पर सब्सिडी का बोझ 7,000 करोड़ रुपए बढ़ जाता है। केंद्रीय बैंक यानी आरबीआई RBI ने 3 नवंबर को मौद्रिक नीति समिति Monetary Policy Committee (एमपीसी) की विशेष बैठक बुलाई है। 

इसमें महंगाई को लगातार तीन तिमाहियों तक 6 फीसदी से नीचे रखने में केंद्रीय बैंक के नाकाम रहने से जुड़ी रिपोर्ट तैयार की जाएगी। केंद्रीय बैंक ने बृहस्पतिवार को कहा, आरबीआई अधिनियम की धारा 45जेडएन के प्रावधानों के अनुरूप एमपीसी की 3 नवंबर को विशेष बैठक बुलाई गई है। इस धारा में प्रावधान है कि महंगाई को तय सीमा के भीतर रख पाने में नाकाम रहने पर केंद्रीय बैंक Central Bank को इस संबंध में सरकार को रिपोर्ट देनी होती है।