रिलायंस ने रिटेल और टेलीकॉम में इन्वेस्टमेंट और इनोवेशन बढ़ाया

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रिलायंस ने रिटेल और टेलीकॉम में इन्वेस्टमेंट और इनोवेशन बढ़ाया
08 Aug 2025
7 min read

News Synopsis

कॉम्पिटिटिव डोमेस्टिक टेलीकॉम मार्केट अग्रणी Reliance Jio को अभूतपूर्व पैमाने पर इनोवेट करने के लिए प्रेरित कर रहा है। Reliance Industries के अनुसार अब तक जियो के लगभग आधे पेटेंट एप्लीकेशन अकेले FY25 में आए हैं।

आरआईएल की डिजिटल सर्विस यूनिट जियो प्लेटफॉर्म्स ने ईयर के दौरान 1,654 पेटेंट एप्लीकेशन जमा किए। यह पिछले वर्ष की तुलना में 32% अधिक है।

और अब तक कुल 3,341 आवेदनों की तुलना में FY25 लगभग 50% है। आरआईएल की FY25 की एनुअल रिपोर्ट से पता चलता है, कि वर्ष के दौरान 154 पेटेंट प्रदान किए गए, जिससे कंपनी को दिए गए पेटेंटों की कुल संख्या 485 हो गई।

दूसरी ओर रिलायंस रिटेल ने FY25 में निवेश बढ़ाया और 33,696 करोड़ रुपये का निवेश किया, जो FY24 की तुलना में 37.5% अधिक है, जब 24,506 करोड़ रुपये मुख्य रूप से इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट और अपने बिज़नेस के विस्तार में लगाए गए थे।

Reliance Retail ने FY25 में 2,659 नए स्टोर खोले, लेकिन लगभग 2,200 स्टोर बंद कर दिए। इसका मतलब है, कि रिकॉम्बीनेशन के दौर से गुज़र रहे इस साल में लगभग 500 स्टोर जुड़े। FY25 के अंत तक कुल स्टोरों की संख्या 19,340 थी, जो देश में किसी भी रिटेलर के लिए सबसे बड़ा स्टोर फ़ुटप्रिंट था। रजिस्टर्ड कस्टमर बेस 34.9 करोड़ को पार कर गया।

Jio’s Innovation Engine: A Record Year for Patent Filings

हालांकि आरआईएल ने अपने रिटेल बिज़नेस की संभावित लिस्टिंग पर कोई अपडेट नहीं दिया है, एनालिस्ट का अनुमान है, कि यह अगले दो वर्षों में हो जाएगा। टेलीकॉम सेक्टर के एक्सपर्ट्स का कहना है, कि यह पहले हो सकता है।

रिलायंस रिटेल का ऑपरेशन रेवेनुए इस वर्ष 6.6% बढ़कर 2.91 लाख करोड़ रुपये हो गया। इंटरेस्ट, टैक्स, डेप्रिसिएशन और अमॉर्टाइज़ेशन से पहले की कमाई (एबिटा) 8.6% बढ़कर 25,094 करोड़ रुपये हो गई, जबकि एबिटा मार्जिन 10 आधार अंकों की वृद्धि के साथ 8.6% हो गया।

Sustainable Growth: Jio’s Green Ambitions and Efficiency

इस बीच जियो के रिसर्च और डेवेलोमेंट प्रयास 5G और उससे आगे, क्लाउड-नेटिव प्लेटफ़ॉर्म, AI/ML मॉडल, ब्लॉकचेन, नेटवर्क वर्चुअलाइज़ेशन, एज कंप्यूटिंग और डिजिटल कॉमर्स सहित प्रमुख रणनीतिक क्षेत्रों में केंद्रित हैं।

आरआईएल ने कहा कि इनमें से कई टेक्नोलॉजीज को जियो के टेलीकॉम और प्लेटफ़ॉर्म बिज़नेस में बड़े पैमाने पर विकसित और तैनात किया गया है, जिससे कंपनी को ऑपरेशनल बेनिफिट्स और लॉन्ग-टर्म मोनेटिसेशन के अवसर दोनों मिल रहे हैं।

अपनी टेक्नोलॉजी पहलों के साथ जियो ने सस्टेनेबिलिटी को भी आगे बढ़ाया है। कंपनी ने 2030 तक अपनी 100% एनर्जी ज़रूरतों को ग्रीन सोर्स से पूरा करने की कमिटमेंट जताई है। यह समय-सीमा मूल कंपनी आरआईएल की 2035 की नेट-ज़ीरो लक्ष्य प्राप्ति की समय-सीमा से 5 साल आगे है। यह एनर्जी-एफ्फिसिएंट नेटवर्क प्रथाओं को लागू कर रही है, और नेक्स्ट-जनरेशन टेक्नोलॉजीज का उपयोग कर रही है, जो प्रति जीबी डेटा संचारित होने वाली बिजली की खपत को कम करती हैं।

रिपोर्ट में कहा गया है, कि FY25 में जियो ने 5G ट्रैफ़िक की बढ़ती हिस्सेदारी और अधिक एफ्फिसिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर के कारण प्रति जीबी अपनी बिजली खपत में YoY 21% की कमी की। जियो की प्रति जीबी बिजली खपत अब ग्लोबल स्टैंडर्ड्स से काफी कम है, जिससे यह दुनिया के सबसे एनर्जी-एफ्फिसिएंट टेलीकॉम नेटवर्कों में से एक बन गया है।