एक जिला एक उत्पाद- लखनऊ

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एक जिला एक उत्पाद- लखनऊ
29 Mar 2022
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News Synopsis

भारत India में उत्तर प्रदेश Uttar Pradesh की राजधानी लखनऊ Lucknow हमेशा से ही अपने खान-पान Cuisine,इमामबाड़ों  Imambara, चिकन की कारीगरी Chikan workmanship के लिए मशहूर रहा है। चिकन की कारीगरी को बेशुमार नर्म-नाजुक गुलबूटों का एक संग्रहालय Museum कहा जा सकता है। पुराने जमाने में बनाए गई नक्काशीदार इमारतों Carved buildings से चिकन के कारीगरों Chicken artisans ने करीब 150 साल तक इसमें से डिजाइन को नकल कर चिकन के कपड़ों पर उकेरा है। आज भी इसकी टूटी-फूटी दरो-दीवार से चिकन की कारीगरी के लिए फूल व पत्‍तियों Flowers and leaves का डिजाइन नकल किया हुआ देखने को मिल जाता है। फारसी  Persian का एक शब्‍द है चाकिन Chakin है। इसका अर्थ होता है बेलबूटे उभारना। यही शब्‍द भारत में चिकन का शब्‍द बन गया। बेगम नूरजहां Begum Noor Jahan ही थीं, जिन्‍होंने चिकन को अवध में नई पहचान दिलाई। महल की दीवार व छतों पर की गई नक्‍काशी को कपड़ों पर उकेरने की कला इन्‍हीं की देखरेख में फली-फूली। इस काम के लिए उन्‍होंने कुछ हुनरमंद औरतों को अपने हरम में तैनात कर रखा था। दिल्‍ली से लखनऊ Delhi to Lucknow आने पर उन्‍होंने राजधानी में चिकन के काम की नींव रखी थी। राजधानी का खदरा Khadra क्षेत्र चिकन शिल्‍प का जन्‍मस्‍थान माना जाता है। इसी इलाके में शाहान-ए-अवध Shahan-e-Awadh का निवास था जो हुस्‍नबाग Husnabad कहलाता था या फिर 'दौलत सरा-ए-सुल्‍तानी'  Daulat Sara-e-Sultani के नाम से जाना जाता था। अगर बात की जाए चिकनकारी की तो लखनऊ और आस-पास के इलाकों में आज भी इसी रोजगार से कई घरों का चूल्हा जलता है। लखनवी चिकन Lucknowi Chicken ने औरतों को रोजगार मुहैया कराया गया है। लखनवी चिकन के नक्काशीदार धागे से बने हुए कपड़े शहर-ए लखनऊ से दुनिया के कोने- कोने में निर्यात Export किए जाते हैं। दुनियां भर में चिकन के कपड़ों की जबरदस्त मांग है। कई करोड़ का लखनऊ से चिकन का कारोबार किया जाता है।