ओबेन इलेक्ट्रिक को 85 करोड़ की फंडिंग मिली
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भारत की घरेलू और रिसर्च-बेस्ड इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल कंपनी Oben Electric ने अपने ग्रोथ सफर में एक बड़ा कदम उठाया है, कंपनी ने प्री-सीरीज B फंडिंग राउंड में 85 करोड़ रुपये जुटाए हैं, इस फंडिंग में राज के. सोइन, मूसा डाकरी और रमेश भूटड़ा जैसे जाने-माने इंडियन-अमेरिकन फैमिली ऑफिस के साथ-साथ कंपनी के मौजूदा निवेशकों ने भी हिस्सा लिया है।
ये निवेश ऐसे समय में आया है, जब ओबेन इलेक्ट्रिक तेज़ी से आगे बढ़ रही है, पिछले 12 महीनों में कंपनी की कमाई 10 गुना तक बढ़ी है, जो उसके बिजनेस मॉडल, टेक्नोलॉजी और कस्टमर्स के भरोसे को साफ तौर पर दिखाता है।
2026 तक 100 करोड़ रेवेन्यू का टारगेट
ओबेन इलेक्ट्रिक वित्त वर्ष 2026 तक 100 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल करने की दिशा में काम कर रही है, इसके साथ ही कंपनी का लक्ष्य मार्च 2026 तक COGS (Cost of Goods Sold) को ब्रेक-ईवन पर लाना है, ये किसी भी तेजी से बढ़ती EV कंपनी के लिए एक अहम ऑपरेशनल उपलब्धि मानी जाती है।
कंपनी की आगे की प्लानिंग यहीं नहीं रुकती, ओबेन इलेक्ट्रिक 2027 तक EBITDA ब्रेक-ईवन हासिल करने का लक्ष्य लेकर चल रही है, जिससे उसके बिजनेस की स्थिरता और मजबूत होगी।
शोरूम और नेटवर्क तेजी से बढ़ाने की तैयारी
नई फंडिंग का बड़ा हिस्सा ओबेन इलेक्ट्रिक अपने डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क को मजबूत करने में लगाएगी, कंपनी की योजना मार्च 2026 तक 150 एक्सक्लूसिव शोरूम और सर्विस सेंटर्स खोलने की है, इसके बाद अगले दो सालों में यह संख्या बढ़ाकर 500 शोरूम तक पहुंचाने का इरादा है।
कंपनी को डीलरशिप नेटवर्क से भी अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है, हाई-क्वालिटी डीलर एप्लिकेशंस और मुनाफे की स्थिति में पहुंचने के बाद पुराने डीलर्स की दोबारा दिलचस्पी, इस भरोसे को और मजबूत करती है।
नए प्रोडक्ट्स और ब्रांड को मिलेगी रफ्तार
इस नई पूंजी का इस्तेमाल ओबेन इलेक्ट्रिक नए प्रोडक्ट्स के डेवलपमेंट और लॉन्च को तेज करने में भी करेगी, साथ ही ब्रांड की पहचान को मजबूत करने और ज्यादा से ज्यादा ग्राहकों तक पहुंच बनाने पर भी फोकस रहेगा।
कंपनी अपनी वर्टिकल इंटीग्रेशन स्ट्रैटेजी पर लगातार काम कर रही है, जिससे लागत कम करने, मैन्युफैक्चरिंग को ज्यादा एफिशिएंट बनाने और लंबे समय तक सस्टेनेबल बिजनेस तैयार करने में मदद मिलती है।
ऑनलाइन-ऑफलाइन दोनों जगह मजबूत मौजूदगी
साल 2025 में ओबेन इलेक्ट्रिक ने अपनी इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिलों की बिक्री को आसान बनाने के लिए Amazon और Flipkart जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर भी कदम रखा, इसका फायदा यह हुआ कि ग्राहकों को खरीदारी में सहूलियत मिली और ऑनलाइन-ऑफलाइन दोनों चैनलों से अच्छी डिमांड देखने को मिली, फिलहाल ओबेन इलेक्ट्रिक 18 से ज्यादा राज्यों के 70 से अधिक शहरों में मौजूद है, और 85 से ज्यादा शोरूम चला रही है।
ओबेन इलेक्ट्रिक की फाउंडर और CEO Madhumita Agrawal ने कहा कि ये निवेश कंपनी की तेज़ ग्रोथ, सोच-समझकर किए गए कैपिटल खर्च और साफ ग्रोथ प्लान पर निवेशकों के भरोसे को दिखाता है, उन्होंने भरोसा जताया कि कंपनी मार्च 2026 तक COGS ब्रेक-ईवन हासिल कर लेगी और 2027 तक EBITDA ब्रेक-ईवन की ओर मजबूती से बढ़ेगी।
राज के. सोइन ने कंपनी की मैन्युफैक्चरिंग क्वालिटी, मजबूत सिस्टम और ई-बाइक्स के बड़े लेकिन अब तक पूरी तरह न भरे गए बाजार को निवेश की बड़ी वजह बताया, मूसा डाकरी और रमेश भूटड़ा ने भी ओबेन इलेक्ट्रिक की लीडरशिप, स्थिर ग्रोथ और लॉन्ग-टर्म पोटेंशियल पर भरोसा जताया।
Rorr EZ Sigma से मिला बाजार का भरोसा
इस साल की शुरुआत में लॉन्च की गई Rorr EZ Sigma इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल को ग्राहकों से अच्छा रिस्पॉन्स मिला है, ये सिटी कम्यूटर बाइक रिवर्स मोड, बेहतर एर्गोनॉमिक्स और कनेक्टेड कलर TFT डिस्प्ले जैसे स्मार्ट फीचर्स के साथ आती है, जो डेली इस्तेमाल को आसान बनाती है।
मजबूत वर्टिकल इंटीग्रेशन बनी सबसे बड़ी ताकत
ओबेन इलेक्ट्रिक की सबसे बड़ी खासियत इसकी पूरी तरह वर्टिकल इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग है, कंपनी बैटरी, मोटर, चार्जर और TFT डिस्प्ले जैसे अहम पार्ट्स खुद डिजाइन और तैयार करती है, ये सारा काम बेंगलुरु में स्थित 3.5 एकड़ की इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी में होता है, प्री-सीरीज B फंडिंग के बाद ओबेन इलेक्ट्रिक अब तक कुल 285 करोड़ रुपये का निवेश जुटा चुकी है, कंपनी फिलहाल अपनी सीरीज B फंडिंग को पूरा करने के लिए भी निवेशकों से बातचीत कर रही है।


