Nitin Gadkari: भारतमाला परियोजना के तहत हरियाणा में फोरलेन को मंजूरी

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Nitin Gadkari: भारतमाला परियोजना के तहत हरियाणा में फोरलेन को मंजूरी
25 Nov 2022
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News Synopsis

Nitin Gadkari: भारतमाला परियोजना Bharatmala Project के तहत देश के हरियाणा Haryana राज्य के भिवानी और हिसार  Bhiwani and Hisar जिलों में एनएच-148बी के भिवानी-हांसी सड़क Bhiwani-Hansi Road खंड को फोरलेन का बनाने के लिए 1322.13 करोड़ रुपए के बजट के साथ हरियाणा में एचएएम पर मंजूरी दे दी गई है। इस परियोजना के पूरा हो जाने पर हरियाणा में आवागमन तेज हो जाएगा और अंतर-जिला कनेक्टिविटी Inter-District Connectivity भी बेहतर हो जाएगी। इस खंड के विकास से लंबे मार्ग यातायात और माल ढुलाई Traffic and Freight की समग्र दक्षता में भी सुधार होगा जो सुगम और सुरक्षित यातायात प्रवाह के साथ-साथ यात्रा के समय में पर्याप्त कमी और वाहन परिचालन लागत Vehicle Operating Cost (वीओसी) को कम करेगा।

यह परियोजना हरियाणा में बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देगी जो क्षेत्र के समग्र आर्थिक विकास Overall Economic Development को गति प्रदान करेगी। देश के सड़क व परिवहन मंत्री नितिन गडकरी Road and Transport Minister Nitin Gadkari ने सोशल मीडिया ट्विटर Twitter पर ट्वीट के माध्यम से जानकारी दी है, उन्होंने बताया "भिवानी और हिसार जिलों में भारतमाला परियोजना के तहत एनएच-148बी के भिवानी-हांसी सड़क खंड को 4 लेन का बनाने के लिए 1322.13 करोड़ रुपये के बजट के साथ हरियाणा राज्य में एचएएम पर मंजूरी दे दी गई है।" 

इसके अलावा नितिन गडकरी ने बताया कि तेलंगाना के मुलुगु जिले में NH-163 के हैदराबाद-भूपालपट्टनम खंड Hyderabad-Bhupalpatnam section से पेव्ड शोल्डर के साथ मौजूदा 2-लेन की सड़क को 2 लेन में चौड़ा करने को कुल 136.22 करोड़ रुपये की लागत से मंजूरी दी गई है। 148बी नेशनल हाईवे National Highway बनने से कई राज्यों के लोगों को फायदा होगा। इस रास्ते से जम्मू कश्मीर Jammu Kashmir, हिमाचल प्रदेश Himachal Pradesh, पंजाब से राजस्थान Punjab to Rajasthan, गुजरात Gujarat, महाराष्ट्र Maharashtra, मध्य प्रदेश Madhya Pradesh के साथ-साथ दक्षिण भारत आने वाले मालवाहक वाहनों के चालकों को हरियाणा से गुजरने के लिए नया और छोटा रास्ता मिल जाएगा।

अभी तक मालवाहक वाहन रोहतक-झज्जर-रेवाड़ी होते हुए जींद से राजस्थान Rajasthan में प्रवेश करते है। इस रास्ते से उन्हें 50-60 किमी अतिरिक्त चलना पड़ता है।