नीति आयोग ने गियरशिफ्ट चैलेंज लॉन्च किया

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नीति आयोग ने गियरशिफ्ट चैलेंज लॉन्च किया
15 Jul 2024
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News Synopsis

भारत की इकनोमिक और एनवायर्नमेंटल चैलेंजेस से निपटने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए नीति आयोग NITI Aayog ने आईआईएम बैंगलोर, स्मार्ट फ्रेट सेंटर इंडिया, कैलस्टार्ट/ड्राइव टू जीरो और डब्ल्यूआरआई इंडिया के साथ साझेदारी में ई-फास्ट इंडिया पहल के हिस्से के रूप में नीति गियरशिफ्ट चैलेंज NITI GearShift Challenge लॉन्च की घोषणा की है। इस अग्रणी हैकाथॉन का उद्देश्य भारत में जीरो-एमिशन ट्रकों को अपनाने के लिए इनोवेटिव बिज़नेस मॉडल को बढ़ावा देना है।

नीति गियरशिफ्ट चैलेंज का उद्देश्य स्टूडेंट्स, ट्रांसपोर्ट सर्विस प्रैक्टिशनर, एकेडमिक और रीसर्चर को ऐसे बिज़नेस मॉडल विकसित करने में शामिल करना है, जो इलेक्ट्रिक ट्रकों को अपनाने से जुड़ी फाइनेंसियल, टेक्निकल और ऑपरेशनल चैलेंजेस से निपटते हैं। इस पहल ने ई-फास्ट इंडिया के नॉलेज पार्टनर्स, फाइनेंसियल इन्स्टिटूशन और इंडस्ट्री फ़ोरम्स से मजबूत भागीदारी हासिल की है।

हैकाथॉन दो प्रतिस्पर्धी दौरों में आयोजित किया जाएगा। पहले दौर में टीम्स हाई-लेवल स्ट्रेटेजीज और रिसर्च द्वारा समर्थित एक स्पेसिफिक बैरियर- टेक्निकल, ऑपरेशनल या फाइनेंसियल को संबोधित करते हुए अपने प्रारंभिक बिज़नेस मॉडल प्रस्तुत करेंगी। शॉर्टलिस्ट की गई टीमें दूसरे दौर में आगे बढ़ेंगी, जहाँ वे प्राइमरी और सेकेंडरी रिसर्च दोनों द्वारा समर्थित इंप्लीमेंटेशन रोडमैप के साथ विस्तृत बिज़नेस मॉडल प्रस्तुत करेंगी। इंडस्ट्री के लीडर्स प्रैक्टिकल और इम्पैक्टफुल सलूशन के विकास को सुनिश्चित करने के लिए इन टीमों का मार्गदर्शन करेंगे।

फ्रेट सेक्टर भारत की इकॉनमी के लिए महत्वपूर्ण है, जो 1.4 बिलियन से अधिक लोगों को माल की डिलीवरी सुनिश्चित करता है। वर्तमान में रोड फ्रेट भारत की एनुअल डीजल कोन्सुम्प्शन का 55% और रोड ट्रांसपोर्ट से होने वाले CO2 एमिशन्स का लगभग 40% है। यह अधिक सस्टेनेबल सलूशन में बदलाव की अर्जेंट नीड को रेखांकित करता है। फ्रेट ट्रांसपोर्टेशन के इलेक्ट्रिफिकेशन को एक प्रमुख प्राथमिकता के रूप में पहचाना जाता है, क्योंकि इलेक्ट्रिक ट्रक एमिशन को कम करने, एयर क्वालिटी में सुधार करने और एनर्जी सिक्योरिटी को बढ़ाने के लिए एक परिवर्तनकारी अवसर प्रस्तुत करते हैं।

गियरशिफ्ट चैलेंज भारत में सस्टेनेबल फ्रेट ट्रांसपोर्टेशन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। प्रतिभागियों की क्रिएटिविटी और एक्सपेर्टीज़ का लाभ उठाकर, हैकाथॉन का उद्देश्य प्रैक्टिकल सलूशन तैयार करना है, जो जीरो-एमिशन ट्रकों को अपनाने में तेजी लाएगा, जिससे इकॉनमी और एनवायरनमेंट दोनों को पर्याप्त लाभ मिलेगा।

यह पहल न केवल कार्बन एमिशन को कम करने की भारत की प्रतिबद्धता के अनुरूप है, बल्कि क्लीन और अधिक सस्टेनेबल ट्रांसपोर्टेशन सलूशन की दिशा में ग्लोबल प्रयास का भी समर्थन करती है। नीति गियरशिफ्ट चैलेंज के परिणामों से जलवायु परिवर्तन से निपटने और इकनोमिक रेसिलिएंस को बढ़ावा देने में देश के प्रयासों में महत्वपूर्ण योगदान मिलने की उम्मीद है।