चीनी कंपनी के मालिक बने मुकेश अंबानी

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चीनी कंपनी के मालिक बने मुकेश अंबानी
20 Feb 2023
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News Synopsis

Latest Updated on 20 February 2023
एशिया Asia के दूसरे सबसे अमीर शख्स मुकेश अंबानी एक बड़ी खरीदारी करने की योजना बना रहे हैं। उनकी नजर एक बड़ी विदेशी कंपनी पर है, और उसने थ्राइव कैपिटल Thrive Capital नामक एक नई निवेश फर्म की मदद से जाने का फैसला किया है। इस कंपनी की शुरुआत जोश कुशनर Josh Kushner ने 2009 में की थी।

थ्राइव कैपिटल एक ऐसी कंपनी है, जो निवेशकों के एक समूह को शेयर बेचने की योजना बना रही है। इन निवेशकों में भारतीय उद्योगपति मुकेश अंबानी Indian industrialist Mukesh Ambani, ब्राजीलियाई जॉर्ज पाउलो लेमन Brazilian Jorge Paulo Leman और फ्रेंच जेवियर निएल French Xavier Niel शामिल हैं। केकेआर एंड कंपनी KKR and Company के संस्थापक हेनरी क्रविस Founder Henry Kravis और वॉल्ट डिज़नी Walt Disney के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रॉबर्ट इगर Chief Executive Officer Robert Iger सहित अन्य निवेशक भी कंपनी में शेयर खरीदने में रुचि रखते हैं।

मुकेश अंबानी एक इन्वेस्टमेंट फर्म में 3.3 फीसदी हिस्सेदारी खरीद रहे हैं। फर्म का मूल्य वर्तमान में $ 5.3 बिलियन आंका गया है। 2021 में कंपनी की वैल्यू 3.6 अरब डॉलर होने का अनुमान है। इस साल की शुरुआत में कंपनी ने गोल्डमैन सैक्स ग्रुप Goldman Sachs Group को कुछ शेयर बेचे थे।

निवेश फर्म में कई अलग-अलग कंपनियां हैं। जिनमें ऑस्कर हेल्थ Oscar Health, कम्पास Compass, एफर्म Afirm, ओपेंडूर Opendoor, यूनिटी और हिज एंड हर्स हेल्थ Unity and His and Hers Health शामिल हैं। इन कंपनियों में कुछ और लोगों ने भी निवेश किया है, जिनमें किम कार्दशियन जैसी हस्तियां भी शामिल हैं।

मुकेश अंबानी दुनिया के बारह सबसे अमीर व्यक्ति हैं। उनकी कुल संपत्ति 83.9 अरब डॉलर है। हाल ही में उन्हें घाटा हुआ है और टॉप-10 अरबपतियों की लिस्ट से उनका नाम हटा दिया गया है। पिछले 24 घंटों में उसे 83.8 करोड़ डॉलर का नुकसान हुआ है।

Last Updated on 12 October 2021

मुकेश अंबानी की कंपनी आरएनईएसएल ने चीन आरईसी सोलर कंपनी को 77.1 करोड़ डॉलर में खरीद लिया है। आरईसी का मुख्यालय नॉर्वे में है। इसका संचालन सिंगापुर में होता है। भारत को सबसे कम लागत और उच्चतम दक्षता वाले सौर पैनलों का विनिर्माण केंद्र बनाने के लिए अंबानी कंपनी ने 100 गीगावॉट स्वच्छ और हरित ऊर्जा को हासिल करने का दावा किया है। चीनी कंपनी खरीदने के बाद अब उनकी फर्म भारत और विदेशी बाजारों में ग्राहकों को विश्वसनीय और सस्ती बिजली मुहैया कराएगी।