मोदी सरकार ने रेलवे कर्मचारियों को दिया दिवाली का तोहफा, बोनस को दी मंजूरी

Share Us

142
मोदी सरकार ने रेलवे कर्मचारियों को दिया दिवाली का तोहफा, बोनस को दी मंजूरी
27 Sep 2025
7 min read

News Synopsis

केंद्रीय कैबिनेट ने रेलवे कर्मचारियों के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। कैबिनेट ने रेलवे कर्मचारियों के लिए 1,866 करोड़ रुपये के प्रोडक्टिविटी से जुड़े बोनस (पीएलबी) को मंजूरी दे दी, जिससे उनके अच्छे प्रदर्शन के लिए 10.90 लाख कर्मचारियों को फायदा मिलेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली कैबिनेट ने रेल कर्मचारियों को 78 दिनों का बोनस देने का ऐलान किया है। इसके लिए केंद्र सरकार ने 1865.68 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है। सरकार ने कहा है, कि रेलवे कर्मचारियों को इस बोनस का भुगतान दिवाली से पहले ही कर दिया जाएगा।

इस पैसों का भुगतान रेलवे कर्मचारी जैसे ट्रैक मेंटेनर, लोको पायलट, ट्रेक मैनेजर (गार्ड), स्टेशन मास्टर, सुपरवाइजर, टेक्नीशियन, टेक्नीशियन हेल्पर, पॉइंट्समैन, रेलवे मंत्रालय के कर्मचारी और अन्य ग्रुप के कर्मचारियों को किया जाएगा। अधिकारियों को बोनस नहीं मिलता है। रेलवे सुरक्षा बल के जवान इस दायरे में नहीं आते हैं। हालांकि उन्हें दूसरे तरीके से आर्थिक सहायता दी जाती है।

पिछले साल भी मिला था, 78 दिन का बोनस

हर साल दुर्गा पूजा/दशहरा की छुट्टियों से पहले पात्र रेल कर्मचारियों को पीएलबी का भुगतान किया जाता है। पिछले साल मोदी सरकार ने रेल कर्मचारियों के लिए 2,029 करोड़ रुपये के बोनस को मंज़ूरी दी थी, जिससे 11,72,240 कर्मचारियों को लाभ हुआ था। पिछले साल भी कर्मचारियों को 78 दिन का ही बोनस मिला था।

रेलवे बोर्ड के आधिकारिक सूत्र बताते हैं, कि बंगाल, बिहार आदि में काम करने वाले कर्मचारियों को दशहरा से पहले ही बोनस का भुगतान कर दिया जाएगा। उत्तर भारत में काम करने वाले कर्मचारियों को दिवाली से पहले बोनस दिया जाता है। इस साल भी कर्मचारियों को बोनस के रूप में अधिकतम 17,951 रुपये मिलेंगे।

बाजार को मिलेगा बूस्ट

वहीं जानकारों का कहना है, कि त्योहारी मौसम में सरकार ने जो रेल कर्मचारियों को बोनस दिया है, उससे बाजार में खरीदारी बढ़ेगी। इस मद में जो करीब 1900 करोड़ रुपये बांटे जाएंगे, उससे रेल कर्मचारी अपने लिए और अपने बच्चों के लिए कपड़े-जूते और अन्य सामान खरीदेंगे।

बिहार में रेलवे की डबल लेन को मंजूरी

मोदी कैबिनेट ने बिहार में बख्तियारपुर-राजगीर-तिलैया तक रेलवे की डबल लेन को मंजूरी दी है, जिस पर 2,192 करोड़ रुपया खर्च किए जाएंगे। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि अब तक यह सिंगल लाइन थी, जिसकी क्षमता सीमित थी। डबल लेन होने के बाद इसकी क्षमता बढ़ेगी। रेल मंत्रालय के अनुसार इसकी लंबाई 104 किलोमीटर होगी, जो बिहार के चार जिलों को कवर करेगी। इससे राजगीर (शांति स्तूप), नालंदा, पावापुरी आदि जैसे प्रमुख स्थलों तक रेलवे की सेवा और बेहतर होगी, जिससे देशभर के टूरिस्ट आकर्षित होंगे। इससे गया और नवादा जिलों तक भी कनेक्टिविटी बढ़ेगी।

जल्द शुरू होगीं वंदे भारत स्लीपर ट्रेनें

इसके अतिरिक्त रेल मंत्री ने कहा कि लंबे समय से प्रतीक्षित वंदे भारत स्लीपर ट्रेनें जल्द ही शुरू की जाएंगी। उन्होंने कहा कि पहली ट्रेन पहले ही सभी आवश्यक परीक्षणों में सफल हो चुकी है, और दिल्ली के शकूर बस्ती कोच डिपो में खड़ी है, जबकि दूसरी ट्रेन अक्टूबर के मध्य तक तैयार होने की संभावना है।

वंदे भारत स्लीपर ट्रेन में कितने कोच होंगे?

केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव Ashwini Vaishnaw ने कहा कि रात भर चलने वाली सेवाओं की निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए दोनों ट्रेनें एक साथ शुरू की जाएंगी। सरकारी कंपनी बीईएमएल द्वारा इंटीग्रल कोच फैक्टरी तकनीक का उपयोग करके निर्मित वंदे भारत स्लीपर ट्रेन में 16 कोच होंगे, जिन्हें एसी फर्स्ट क्लास, एसी 2-टियर और एसी 3-टियर में विभाजित किया जाएगा।

डीए को लेकर कर्मचारियों को बेसब्री से इंतजार

रेलवे के इस घोषणा के बाद केंद्र सरकार के कर्मचारियों को महंगाई भत्ते (DA) और महंगाई राहत (DR) को लेकर इंतजार तेज हो गई है, जो साल में दो बार बढ़ता है। पहली बार इस साल की शुरुआत में ही बढ़ोतरी की घोषणा की गई थी, जबकि दूसरी बार अगले महीने बढ़ोतरी की घोषणा होने की संभावना है। ऐसी खबरें हैं, कि केंद्र अक्टूबर के पहले हफ्ते में, जो दशहरा के त्योहार के साथ पड़ता है, डीए में बढ़ोतरी की आधिकारिक घोषणा कर सकता है।