घरेलू स्तर पर मोबाइल फोन निर्माण को बढ़ावा, लेकिन छाई हैं चीनी कपंनियां

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घरेलू स्तर पर मोबाइल फोन निर्माण को बढ़ावा, लेकिन छाई हैं चीनी कपंनियां
25 Aug 2022
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News Synopsis

 देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी Prime Minister Narendra Modi हमेशा स्थानीय कंपनियों Local companies को बढ़ावा देने के लिए ‘वोकल फॉर लोकल’ Vocal for local की बात की है। उनकी इसी सोच के मुताबिक केंद्र सरकार घरेलू स्तर पर मोबाइल फोन निर्माण Mobile phone manufacturing को बढ़ावा देने की नीति अपनाती रही है, इसका परिणाम हुआ है कि भारत मोबाइल फोन निर्माण में दुनिया में एक ताकत बन चुका है। लेकिन इस सच्चाई को भी नकारा नहीं जा सकता कि भारत के स्मार्टफोन बाजार पर अभी भी पूरी तरह चीनी कंपनियों का एकतरफा कब्जा कायम है। चीनी स्मार्टफोन कंपनियां Chinese smartphone companies भारत के 70 फीसदी बाजार पर छाई हुई हैं। इसमें भी 66.3 फीसदी हिस्सा केवल चार कंपनियों जिनमें शाओमी Xiaomi, रियलमी Xiaomi, वीवो और ओप्पो Vivo and Oppo का है। भारत सरकार घरेलू मोबाइल फोन निर्माताओं को बढ़ोतरी देने के लिए कई योजनाओं की घोषणा कर चुकी है।

सरकार विचार कर रही है कि 12 हजार रुपये से कम मूल्य के मोबाइल फोन बाजार में भारतीय निर्माताओं को प्राथमिकता दी जाए। इसके लिए चीनी कंपनियों से उनकी साझेदारी कराने के लिए नियम बनाने जैसी बात हो रही है। स्मार्टफोन बाजार विशेषज्ञ एनके गोयल NK Goyal के मुताबिक सरकार के लिए इस तरह के नियम बनाना आसान नहीं होगा। सरकार घरेलू निर्माताओं के लिए इंसेंटिव या प्रमोशनल रूल्स लागू कर सकती है, लेकिन अंतर्राष्ट्रीय बाजार International market के नियमों के कारण किसी एक देश की कंपनियों को रोक नहीं सकती।

जबकि फिलहाल, कुछ समय पहले भारतीय बाजार में कार्बन Karbonn, इंटेक्स Intex, लावा Intex और कई अन्य कंपनियां मजबूती से काम कर रही थीं, लेकिन तकनीकी ज्ञान की कमी और पूंजी की कमी के कारण वे चीनी कंपनियों के सामने टिक नहीं पाईं और कुछ ही सालों के बाद बाजार से गायब हो गईं। ऐसे में सरकार के लिए नई घरेलू कंपनियों के लिए जगह बना पाना आसान नहीं होगा।      

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