वित्त राज्यमंत्री ने कहा- वैश्विक कारणों से बीते सालों में रुपया हुआ कमजोर 

Share Us

361
वित्त राज्यमंत्री ने कहा- वैश्विक कारणों से बीते सालों में रुपया हुआ कमजोर 
27 Jul 2022
min read

News Synopsis

मौजूदा वक्त में भारतीय मुद्रा Indian currency रुपए की हालत खस्ता हो चुकी है। साथ ही इसमें लगातार गिरावट का सिलसिला जारी है। वहीं, डाॅलर के मुकाबले रुपए  rupee against dollar में कमजोरी से जुड़े एक सवाल का राज्यसभा  Rajya Sabha में जवाब देते हुए केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी  Union Minister of State for Finance Pankaj Choudhary ने कहा है कि इस साल रूस-यूक्रेन युद्ध Russia-Ukraine war, क्रूड ऑयल की कीमतों crude oil prices में बढ़ोतरी और दुनिया में लगातार बिगड़ते आर्थिक हालातों deteriorating economic conditions  के कारण डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर हुआ।

केंन्द्रीय वित्त राज्यमंत्री ने अपने जवाब में कहा है कि भारतीय रुपये की विनिमय दर exchange rate बाजार के आधार पर तय होती है। कई वैश्विक कारण global reasons से हाल के वर्षों में डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट दर्ज की गई है। जिनमें साल 2018 में अमेरिका और चीन US and China के बीच का ट्रेड वार, 2018 में ही यूएस फेडरल रिजर्व US Federal Reserve की ओर से ब्याज दरों को बढ़ाना और साल 2020 में कोविड महामारी covid pandemic आदि शामिल हैं।

गौर करने वाली बात ये है कि मंगलवार (26 जुलाई) को भी डॉलर के मुकाबले रुपये में कमजोरी देखने को मिली। डॉलर के मुकाबले रुपया पांच पैसे कमजोर होकर 79.77 के लेवल पर बंद हुआ। ध्यान देने वाली बात ये है कि मंगलवार को रुपया 79.79 स्तर पर खुला था। शुरुआती कारोबार में यह 79.79 स्तर तक फिसलता दिखा। बाजार के जानकारों की मानें तो कच्चे तेल की कीमतों में आई बढ़ोतरी और यूएस फेड के रुख में कड़ाई की आशंका के चलते डॉलर के मुकाबले रुपए की कीमत में गिरावट देखने को मिल रही है।