McAfee ने भारत में डीपफेक डिटेक्टर लॉन्च किया

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McAfee ने भारत में डीपफेक डिटेक्टर लॉन्च किया
09 Jan 2025
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News Synopsis

ग्लोबल साइबर सिक्योरिटी कंपनी मैकएफी McAfee ने अपना मैकएफी डीपफेक डिटेक्टर McAfee Deepfake Detector लॉन्च किया। कंपनी ने एआई-जनरेटेड वीडियो, डीपफेक, एआई स्कैम और गलत सूचनाओं की बढ़ती बाढ़ से निपटने के लिए अपने एआई-powered प्रोडक्ट्स के सूट में लेटेस्ट टूल पेश किया है। कंपनी का दावा है, कि उसने भारत में कंस्यूमर्स के लिए सबसे शक्तिशाली एआई-based डीपफेक डिटेक्शन टूल लाने के लिए अग्रणी ओईएम के साथ काम किया है। इसके अलावा मैकएफी का स्मार्ट एआई हब यूजर्स को एआई स्कैम को पहचानने का तरीका सीखने में मदद करने के लिए एआई टूल और इंटरैक्टिव संसाधनों की एक वाइड रेंज प्रदान करता है।

मैकएफी में इंजीनियरिंग के सीनियर डायरेक्टर प्रतीम मुखर्जी Pratim Mukherjee ने कहा "हालांकि सभी एआई-कंटेंट दुर्भावनापूर्ण इरादे से नहीं बनाई जाती है, लेकिन यह जानने की क्षमता कि कोई वीडियो असली है, या नकली, कंस्यूमर्स को स्मार्ट और अच्छी तरह से सूचित निर्णय लेने में मदद करती है।"

उन्होंने कहा कि कंपनी एआई की परिवर्तनकारी क्षमता से प्रेरित है, और लोगों को सबसे एडवांस्ड डीपफेक डिटेक्शन के साथ सशक्त बना रही है, ताकि वे विकसित हो रही ऑनलाइन दुनिया में सुरक्षित रूप से नेविगेट कर सकें।

मैकएफी द्वारा हाल ही में किए गए एक रिसर्च से पता चला है, कि एवरेज इंडियन हर दिन 4.7 डीपफेक वीडियो ऑनलाइन देखता है, और 66 प्रतिशत भारतीयों ने बताया कि वे या उनके किसी जानने वाले पिछले एक साल में डीपफेक वीडियो घोटाले का शिकार हुए हैं। पिछले कुछ वर्षों में ये घोटाले अधिक परिष्कृत और पता लगाने में मुश्किल हो गए हैं। ऑनलाइन घोटाले के शिकार हुए 44 प्रतिशत से अधिक भारतीय एक साल से भी कम समय में ऐसे ही दूसरे घोटाले का शिकार हो गए।

डीपफेक डिटेक्टर वर्तमान में भारत में कई कोपायलट+ पीसी पर उपलब्ध है। कंपनी के अनुसार जिन यूजर्स ने इस सर्विस का ऑप्शन चुना है, उन्हें वीडियो में AI-altered ऑडियो का पता चलने पर सेकंड के भीतर अलर्ट कर दिया जाता है। उन्हें मैन्युअल वीडियो अपलोड पर निर्भर नहीं रहना पड़ता है। कंपनी ने कहा कि इस टूल को सैकड़ों हज़ारों सैंपल पर ट्रेनेड किया गया है, और इसका AI डिटेक्शन मॉडल संपूर्ण आइडेंटिफिकेशन प्रोसेस को सीधे PC पर करता है, जिसे अनुमान के रूप में भी जाना जाता है, जिससे डेटा प्राइवेसी बढ़ती है। कंपनी का दावा है, कि यह किसी भी तरह से यूजर्स के ऑडियो को एकत्र या रिकॉर्ड नहीं करता है, और यूजर हमेशा कंट्रोल में रहता है, और जब भी उसे ज़रूरत हो ऑडियो डिटेक्शन को चालू या बंद कर सकता है।

McAfee डीपफेक डिटेक्टर भारत में चुनिंदा Copilot+ PC पर अंग्रेजी भाषा का पता लगाने के लिए उपलब्ध है। स्टैंडअलोन McAfee डीपफेक डिटेक्टर की कीमत 499 रुपये है, और डीपफेक डिटेक्टर के साथ McAfee+ की कीमत 2,398 रुपये है।

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