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मारुति सुजुकी विक्टोरिस को 25000 बुकिंग मिली

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मारुति सुजुकी विक्टोरिस को 25000 बुकिंग मिली
04 Oct 2025
7 min read

News Synopsis

Maruti Victoris ने लॉन्च के महज दो हफ्तों में वो कारनामा कर दिया है, जिसके बारे में अन्य कार कंपनियां सोच भी नहीं सकती हैं, दरअसल एसयूवी ने महज 14 दिनों में 25,000 बुकिंग्स का आंकड़ा पार कर लिया है, इस ज़बरदस्त डिमांड का नतीजा यह है, कि अब ग्राहकों को अपनी पसंदीदा विक्टोरिस के लिए 10 हफ्ते (70 दिन) तक का इंतज़ार करना पड़ रहा है, इस एसयूवी को सीधे तौर पर हुंडई क्रेटा को टक्कर देने के लिए बाज़ार में उतारा गया है, और यह कई सेगमेंट-फर्स्ट फीचर्स के साथ आती है, ख़ास बात यह है, कि विक्टोरिस पेट्रोल, हाइब्रिड और सीएनजी तीनों इंजन ऑप्शन में उपलब्ध है, यह 6 ट्रिम्स (LXI से ZXI+ (O)) में आती है, जिसकी एक्स-शोरूम कीमत ₹10.5 लाख से ₹19.99 लाख के बीच है।

किन खासियतों से है, लैस 

Victoris की सफलता के पीछे कई बड़े कारण हैं, जिनमें सबसे पहले है, इसकी सुरक्षा। यह मिडसाइज़ एसयूवी सेगमेंट में सबसे सुरक्षित गाड़ी है, जिसने भारत NCAP और ग्लोबल NCAP दोनों में 5-स्टार रेटिंग हासिल की है, स्टैंडर्ड सेफ्टी किट में ही छह एयरबैग्स, एक 360-डिग्री कैमरा, टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम (TPMS) और ABS with EBD जैसे फीचर्स दिए गए हैं, इसके टॉप ट्रिम्स में लेवल-2 ADAS (एडवांस्ड ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम) की सुविधा भी मौजूद है।

सबसे ज़्यादा फ्यूल-एफ़िशिएंट कार

विक्टोरिस की एक और बड़ी खासियत इसका माइलेज है, स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड पॉवरट्रेन के साथ यह एसयूवी 28.56 किलोमीटर प्रति लीटर (ARAI) का माइलेज देती है, जो इसे भारत की सबसे ज़्यादा फ्यूल-एफ़िशिएंट कार बनाता है, इसका माइल्ड हाइब्रिड पेट्रोल वर्शन भी 21.18 किमी/लीटर (मैनुअल) तक का शानदार माइलेज देता है।

इंजन ऑप्शन की बात करें तो, विक्टोरिस में ग्रैंड विटारा वाले ही पॉवरट्रेन हैं: एक 103bhp, 1.5L माइल्ड हाइब्रिड, एक 116bhp, 1.5L स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड और एक 89bhp, 1.5L पेट्रोल-सीएनजी (अंडरबॉडी सीएनजी टैंक के साथ). इसमें 5-स्पीड मैनुअल, 6-स्पीड टॉर्क कन्वर्टर ऑटोमैटिक और eCVT गियरबॉक्स के ऑप्शन मिलते हैं।

धमाकेदार फीचर्स

मारुति ने Victoris को कई शानदार फीचर्स से लैस किया है, इसमें एक बड़ा 10.1-इंच टचस्क्रीन, डॉल्बी एटमॉस ऑडियो सिस्टम, हेड-अप डिस्प्ले (HUD), और 10.25-इंच ड्राइवर डिस्प्ले मिलता है, आरामदायक ड्राइविंग के लिए लेदरेट सीट्स, ऑटोमैटिक IRVM, और क्रूज़ कंट्रोल दिया गया है, हवा की शुद्धता के लिए इसमें PM 2.5 और पॉलेन एयर फिल्टर के साथ-साथ वायरलेस एंड्रॉइड ऑटो और ऐप्पल कारप्ले की सुविधा भी है।

क्या सब्सक्रिप्शन स्कीम?

जो लोग गाड़ी को सीधा खरीदना नहीं चाहते, उनके लिए मारुति ने एक मासिक सब्सक्रिप्शन स्कीम भी पेश की है, यह स्कीम ₹27,707 प्रति माह से शुरू होती है, इस मासिक किराए में ही गाड़ी की कीमत, रजिस्ट्रेशन, बीमा, मेंटेनेंस और रोडसाइड असिस्टेंस सब कुछ शामिल है।

GST रेट में कटौती के बाद मारुति सुजुकी की फेस्टिव सेल 80,000 यूनिट के पार

भारत का ऑटो सेक्टर इस फेस्टिव सीजन पहले से कहीं ज्यादा रौनक भरा नजर आ रहा है, और इसका सबसे बड़ा फायदा देश की सबसे बड़ी वाहन निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी को मिला है, नवरात्रि की शुरुआत से अब तक कंपनी 80 हजार से ज्यादा रिटेल सेल्स दर्ज कर चुकी है, ये आंकड़ा दिखाता है, कि जीएसटी 2.0 और त्योहारों का कॉम्बिनेशन ग्राहकों को बड़े पैमाने पर खरीदारी करने के लिए प्रेरित कर रहा है।

GST 2.0 बना गेम चेंजर

इस हफ्ते से लागू हुए GST 2.0 ने कार खरीदने वालों को बड़ा तोहफा दिया है, पहले जहां वाहनों पर 28- 31 प्रतिशत और 43- 50 प्रतिशत तक का टैक्स लगता था, वहीं अब इसे घटाकर 18 से 40 प्रतिशत कर दिया गया है, मारुति सुजुकी ने इसे ग्राहकों के लिए गोल्डन अपॉर्च्युनिटी बताया है, इसका असर साफ दिख रहा है, जहां सामान्य दिनों में 40-45 हजार पूछताछ होती थी, वहीं अब ये संख्या 80 हजार प्रति दिन तक पहुंच गई है, वहीं बुकिंग्स भी 18 हजार हर दिन दर्ज की जा रही है।

छोटी कारों का बड़ा कमाल

इसमें सबसे दिलचस्प बात ये है, कि इस बार सबसे ज्यादा छोटी कारें सेल हो रही है, मारुति सुजुकी के मुताबिक एंट्री- लेवल सेगमेंट जबरदस्त ग्रोथ देखी जा रही है, पूरे भारत में छोटे कार मॉडलों की बुकिंग्स में 50 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है, वहीं छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों में ये ट्रेंड और भी मजबूत है, जहां बुकिंग्स सामान्य समय की तुलना में दोगुनी हो गई है।

ब्रेजा, डिजायर और बलेनो की मांग बढ़ी

ब्रेजा, डिजायर और बलेनो की बढ़ी मांग ग्राहकों का उत्साह इतना ज्यादा है, कि कंपनी को कुछ वेरिएंट्स की डिलीवरी लेट करनी पड़ सकती है, खासकर ब्रीजा, डिजायर और बलेनो जैसे लोकप्रिय मॉडलों में डिमांड तेजी से बढ़ी है, कंपनी का कहना है, कि अगले चार-पांच दिनों में कुछ वैरिएंट्स की उपलब्धता प्रभावित हो सकती है, हालांकि फिलहाल स्थिति कंट्रोल में है, ये दौर साबित करता है. कि सही समय और सही नीतिगत फैसले ऑटो इंडस्ट्री को नए मुकाम तक ले जा सकते हैं।