JRD Tata 34 की उम्र में बने टाटा के मुखिया, जानें सक्सेस स्टोरी

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JRD Tata 34 की उम्र में बने टाटा के मुखिया, जानें सक्सेस स्टोरी
30 Jul 2022
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News Synopsis

भारत India के सबसे बड़े उद्योगिक घराने यानी टाटा समूह Tata Group की कमान सबसे कम उम्र में चेयरमैन Chairman बनने वाले जहांगीर रतनजी दादाभाई टाटा यानी जेआरडी टाटा JRD Tata का जन्म 29 जुलाई 1904 को फ्रांस के पेरिस शहर में हुआ था। देश के बड़े औद्योगिक घराने की कमान संभालने वाले जेआरडी टाटा ग्रुप का मुखिया बनने से पहले फ्रांसिसी सेना French Army में शामिल हुए थे। माना जाता है कि जेआरडी अंग्रेजी से बढ़िया फ्रेंच बोला करते थे।

उनकी शुरुआती शिक्षा फ्रांस France, जापान और इग्लैंड Japan and England जैसे देशों में हुई थी। उसके बाद जेआरडी फ्रांस की सेना में शामिल हो गए। उन दिनों फ्रांस में एक साल के लिए युवाओं को अनिवार्य रूप से सेना में शामिल होने का नियम था। एक साल के बाद जेआरडी इस अवधि को बढ़ाना चाहते थे क्योंकि वे सेना में रहकर एक प्रसिद्ध घुड़सवारी स्कूल Renowned Equestrian School में भाग लेने का मौका पाना चाहते थे। पर, ऐसा करने से उनके पिता ने मना कर दिया। मजबूरी में जेआरडी को सेना छोड़नी पड़ी।

उसके बाद जहांगीर रतनजी दादाभाई टाटा यानी जेआरडी टाटा ने अपने जीवन की आगे की यात्रा में वो इबारत लिखी जिसने उन्हें देश का सर्वोच्च सम्मान भारतरत्न Highest Award Bharat Ratna दिया गया। जेआरडी टाटा अपने जीवन काल में देश के सबसे प्रतिष्ठित औद्योगिक संस्थान Most Reputed Industrial Institute टाटा संस  Tata Sons के 53 वर्षों तक चेयरमैन रहे। जेआरडी ने दिसंबर 1925 में एक अवैतनिक प्रशिक्षु Unpaid Apprentices के रूप में टाटा समूह ज्वाइन किया था। 22 साल की उम्र में उनके पिता के निधन के तुरंत बाद वे टाटा समूह की प्रमुख कंपनी टाटा संस के बोर्ड में शामिल हो गए थे।

  महज 34 साल की उम्र में साल 1938 में टाटा संस के चेयरमैन बने और साल 1991 तक इस पद पर बने रहे। जेआरडी टाटा के कार्यकाल के दौरान टाटा ग्रुप का 50 गुना तक ग्रोथ हुआ। उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान टाटा ग्रुप की 14 कंपनियों की नींव रखी जिनमें टाटा मोटर्स Tata Motors, ग्लोबल बेवरेजेज Global Beverages, टाइटन और एयर इंडिया Titan and Air India जैसी सफल कंपनियां शामिल हैं।