News In Brief Agriculture
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प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देना जरुरी-अजीत केसरी 

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प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देना जरुरी-अजीत केसरी 
21 May 2022
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News Synopsis

कृषि विभाग के अपर मुख्य सचिव Additional Chief Secretary अजीत केसरी Ajit Kesari ने कहा कि प्राकृतिक खेती Natural Farming को बढ़ावा देने के लिये किसानों को प्रोत्साहित करना बहुत जरूरी है। केसरी ने आज मंत्रालय में रिजनरेटिव कृषि Regenerative Agriculture को स्थापित करने के लिये किसान-कल्याण तथा कृषि विकास विभाग Agriculture Development Department और आईडीएच IDH के बीच हुए एमओयू हस्ताक्षर के दौरान यह बात कही।

अपर मुख्य सचिव ने इस बारे में बताया कि एमओयू का मुख्य उद्देश्य किसानों की आय Farmers' Income में वृद्धि एवं किसानों को प्राकृतिक खेती के लिये प्रोत्साहित करना है। प्राकृतिक खेती से वर्तमान में किये जा रहे रसायनों के उपयोग को नियंत्रित किया जा सकेगा। 

आईडीएच की संचालक मैथिल ने बताया कि एमओयू में लॉड्स फाउंडेशन Lords Foundation डब्ल्यू.डब्ल्यू.एफ. और आई.डी.एच. मध्यप्रदेश के 9 जिलों के एक लाख किसानों के साथ मिलकर तीन लाख हेक्टेयर भूमि में रिजनरेटिव कृषि को स्थापित करने का कार्य करेंगे। उत्पादों के बेहतर विपणन के लिये इसे बाजार से जोड़ने की दिशा में भी काम किया जायेगा। एमओयू अनुसार कार्यक्रम के लिए मार्च 2026 तक की अवधि निर्धारित की गयी है। एमओयू के मुख्य घटक प्रोडक्शन, संरक्षण और समावेश हैं। छिन्दवाड़ा Chhindwara झाबुआ Jhabua अलीराजपुर Alirajpur रतलाम Ratlam धार Dhar बड़वानी Barwani खंड़वा Khandwa खरगोन Khargone और बुरहानपुर Burhanpur जिले में इस कार्यक्रम का क्रियान्वयन अलग-अलग सहयोगियों के साथ मिलकर किया जाएगा।