5000 अरब डॉलर होगी भारत की इकोनॉमी - वित्त मंत्रालय

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वित्त मंत्रालय finance ministry ने कहा कि भारत India 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की राह पर तेजी से चल रहा है। इससे कर राजस्व संग्रह Tax revenue collection में इजाफा होगा और भारत की जीडीपी GDP में भी तेजी से सुधार होगा। जिससे भारत वैश्विक आर्थिक शक्ति global economic power बनने की ओर अग्रसर हो, जैसा कि हाल के वर्षों में जीडीपी वृद्धि में दिखता है। बयान में कहा गया है कि इन उपायों से सरकारी खजाने के लिए राजस्व संग्रह बढ़ा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी Prime Minister Narendra Modi ने 2019 में भारत को 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था और वैश्विक आर्थिक ताकत बनाने की कल्पना की थी।
भारतीय अर्थव्यवस्था के 2021-22 में बढ़ कर करीब 3,000 अरब डॉलर होने का अनुमान है। नीति आयोग Niti aayog ने ट्वीट Tweet कर कहा कि प्रधानमंत्री के साथ हुई अर्थशास्त्रियों economists और उद्योग क्षेत्र के विशेषज्ञों की बैठक में आर्थिक परिवेश और रोजगार Employment के पैमाने पर अपने विचार रखने वाले विशेषज्ञ समूह ने 5,000 अरब डॉलर billion dollar की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को हासिल करने के लिये सार्वजनिक क्षेत्र public sector के बैंकों के प्रदर्शन में सुधार लाने और निर्यात एवं रोजगार क्षेत्र की वृद्धि दर को तेज करने पर जोर दिया। हालांकि कच्चे तेल में तेजी से महंगाई बढ़ने का जोखिम है। पीएचडी चैंबर Phd chamber ने आर्थिक विकास को मजबूत करने और अगले पांच साल में भारत को 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य को हासिल करने को लेकर कुछ उपाय भी बताएं। गौरतलब है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण Finance Minister Nirmala Sitaraman 5 जुलाई को नई सरकार का पहला पूर्ण बजट पेश करेंगी।