नई ऊचाईयों को छूती, भारतीय महिला क्रिकेट टीम

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नई ऊचाईयों को छूती, भारतीय महिला क्रिकेट टीम
08 Mar 2022
7 min read

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आज विश्व महिला दिवस पूरा विश्व मना रहा है। जहाँ तक महिलाओं के उत्थान की बात है, आज पुरे विश्व की महिलाएं अपनी पहचान एक अलग तरीके से बनाती हुई नज़र आ रही हैं। आजकल की महिलायें अपने हक़ को पाने के लिए कई तरह के आंदोलनों में भाग लेने के लिए पीछे नहीं हटती हैं। आज आप कोई क्षेत्र उठा के देख लें, आज महिलायें हर क्षेत्र में आपको मिल जाएँगी। आज हम उन भारतीय महिलाओं की बात करेंगे जिन्होंने भारतीय महिला क्रिकेट की छवि को बदल के रख दिया। जानेंगे वर्तमान में चल रहे महिला विश्व कप के बारे में। 

भारतीय समाज पहले से बहुत आगे निकल चुका है, जिस तरह से भारत पूरे विश्व में अपनी ख्याति बिखेरे हुए है वैसे-वैसे भारतीय पुरुष और महिलाओं के बीच बनते समन्वय Coordination भी भारत को आगे बढ़ाने में सक्षम हुए हैं। वैसे तो हम 8 मार्च को अंतरष्ट्रीय महिला दिवस International Women's Day के रूप में मानते हैं परन्तु इसमें भी एक तथ्य जोड़ते हुए कहना चाहेंगे कि अब यह एक आम बात हो चुकी है कि महिलाएं हर क्षेत्र में अपने आपको आगे ला रही हैं, फिर चाहें वह डॉक्टर हों, इंजीनियर हों, या इससे थोड़ा और ऊपर बढ़ें तो हम पाएंगे कि आजकल महिलाएं डिफेन्स में भी जा रही हैं। यहाँ तक कि आजकल की भारतीय महिलाएं Indian women प्रत्येक प्रकार के खेलों में अपना अध्भुत योगदान दे रहीं हैं, जिसमें टेनिस हो, एथिलीट हो या फिर कोई और गेम। आजकल महिला क्रिकेट विश्कप women's cricket world cup चल रहा है, जिसमें भारतीय महिला क्रिकेट टीम Indian women's cricket team काफी बेहतर प्रदर्शन कर रही है। एक समय ऐसा भी था जब महिला क्रिकेट को भारत में कोई महत्व नहीं देता था, परन्तु आज कहानी बिलकुल उल्टी हो चुकी है। आज सम्पूर्ण विश्व भारतीय महिला क्रिकेट टीम को सराहता है। ऐसा कब हुआ कैसे हुआ और आज इस टीम का औहदा क्या है आइये जानते हैं?

कब बनी भारतीय महिला क्रिकेट टीम

वैसे तो भारत में क्रिकेट का इतिहास काफी पुराना है यद्यपि जब भारत में क्रिकेट की शुरुआत हुई तब दूर-दूर तक इस बात का किसी ने विचार नहीं किया था कि महिलाओं की टीम बनाई जाए। विगत वर्षों के बाद भारत में महिला क्रिकेट की शुरुआत 1973 में उस समय हुई जब भारतीय महिला क्रिकेट संघ की स्थापना की गयी। भारतीय महिला टीम ने अपना पहला मैच वेस्टइंडीज के खिलाफ First match against West Indies खेला, कहने का मतलब है कि भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने पहला टेस्ट क्रिकेट मैच 31 October 1976 को बैंगलोर में वेस्टइंडीज महिला क्रिकेट टीम के खिलाफ खेला था जबकि पहला एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय  क्रिकेट 1 January 1978 को कलकत्ता में इंग्लैंड महिला क्रिकेट टीम के खिलाफ खेला था और पहला Twenty-Twenty match 5 August 2006 को डर्बी में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था। फिर बाद में 2006 में भारतीय महिला क्रिकेट संघ को भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड Board of Control for Cricket in India में विलय कर दिया गया।

तब से अब में  भारतीय महिला क्रिकेट में परिवर्तन

ये बहुत ही दिलचस्प बात है कि आज जिस तरह महिला क्रिकेट की स्थिति में एक अध्भुत बदलाव देखने को मिला है ऐसा कभी नहीं हुआ महिला क्रिकेट जगत के इतिहास में। आज पूरा विश्व भारतीय महिला क्रिकेट टीम को एक अच्छी टीम के रूप में जानता है, सब ही जानते हैं कि यह टीम आज एक ऐसी टीम है जोकि विश्व कप जीतने की मजबूत दावेदार है। ऐसा इसलिए क्योंकि भारतीय महिला टीम महिला ICC रैंकिंग 4th है। परन्तु पहले ऐसा नहीं था अपितु पहले तो बहुत से लोग ये भी नहीं जानते थे कि उनके देश की एक महिला क्रिकेट टीम भी है। देखा जाए तो ये एक दुखद बात थी, क्योंकि भारत एक ऐसा देश है जहाँ क्रिकेट को क्रिकेट नहीं एक जूनून के रूप में देखा जाता है। लोगों की जुबां पर कपिल, सचिन, द्रविड़, धोनी या वर्तमान में विराट और रोहित ये वह सब नाम है, जो प्रत्येक क्रिकेट प्रेमी की रगों में दौड़ते हैं। उसके विपरीत अभी कुछ वर्ष पीछे जाएँ, तो बहुत से लोगों को महिला क्रिकेट टीम के एक भी खिलाड़ी के नाम नहीं पता थे। आज थोड़ा लोग सजग हुए और टीम के बेहतर प्रदर्शन ने लोगों के दिलों में जगह बनाई है। पहले यदि बहुत जानकारी होती थी तो भी सिर्फ मिताली राज को ही सब जानते थे और किसी को नहीं। फिलहाल महिला क्रिकेट टीम बहुत मेहनत कर आज एक सफल टीम बन गयी है, अब देखना ये है कि इसका भविष्य कितना उज्जवल है।

अब तक कितने कप्तान हुए हैं महिला टीम में

यदि हम पहली महिला क्रिकेट टीम की कप्तान की बात बारें तो उनका नाम शांता रंगास्वामी Shantha Rangaswamy था। जैसा की आप सभी जानते हैं कि भारत की पहली महिला क्रिकेट टीम का चयन 1976 में हुआ था। वेस्टइंडीज़ के खिलाफ होने वाली इस टेस्ट सिरीज़ के लिए इनको कप्तान बनाया गया था। ये उस वक्त टीम की ऑलराउंडर थी। ये सन 1976 से 1778 तक टीम की कप्तान रहीं, उसके बाद दूसरी कप्तान नीलिमा जोगलेकर  Nilima Jogalekar थीं। इन्होंने अपना पहला अंतरराष्ट्रीय स्तर का मैच 1978 में खेला था। ये एक मध्यम क्रम की बल्लेबाज और विकेट-कीपर थी। नीलिमा घरेलू क्रिकेट महाराष्ट्र की ओर से खेला करती थी। 1984 से 1985 तक टीम की कप्तान रहीं। कुल मिलकर अब तक 11 महिला कप्तान रहीं जिसमें डायना इदुल्जी, शुभांगी कुलकर्णी, संध्या अग्रवाल, पूर्णिमा राव, प्रमिला भट्ट, चन्द्रकान्ता कौल, सन 2000  की शुरुआत में अंजुम चोपड़ा कप्तान थीं, ममता मबन 2003 से 2005 तक रहीं। परन्तु जिनका सबसे लम्बा कार्यकाल रहा है और अभी भी वे एक कप्तान के रूप में टीम को संभाले हुए हैं, वह हैं, मिताली राज।

मिताली राज के बारें में

3 दिसम्बर 1982 को पैदा होने वाली मिताली राज Mithali Raj भारतीय महिला क्रिकेट की मौजूदा कप्तान हैं। वे टेस्ट क्रिकेट मैच test cricket match में दोहरा शतक बनाने वाली पहली महिला है। जून 2018 में, मिताली राज Twenty-20 International में 2000 रन बनाने वाली पहली भारतीय बल्लेबाज बनी। ये महिला एक दिवसीय अन्तरराष्ट्रीय क्रिकेट Women One Day International Cricket में 6,000 रनों को पार करने वाली एकमात्र महिला क्रिकेटर हैं। मिताली राज भारत की पहली ऐसी महिला खिलाड़ी है जिन्होंने टी20  अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 2 हजार या इससे ज्यादा रन बनाये। मिताली राज एकमात्र खिलाड़ी (पुरुष या महिला) हैं जिन्होंने एक से अधिक आईसीसी ओडीआई विश्व कप फाइनल में भारत का नेतृत्व किया है, जो 2005 और 2017 में दो बार। 2003 की क्रिकेट उपलब्धियों के लिए मिताली राज को 21 सितम्बर, 2004 को 'अर्जुन पुरस्कार' से सम्मानित किया गया था।

कितने विश्व कप में महिला टीम फाइनल तक जा चुकी है  

विश्व कप जीतना कोई बहुत आसान बात नहीं है यह पूरी तरह से कड़ी मेहनत के साथ-साथ किस्मत का खेल है। बहुत बड़ी-बड़ी टीमें कई बार कम अनुभवी टीमों से हार जाती हैं। इसका जीता जागता सबूत भारतीय पुरुष विश्व कप में सबसे पहले 1983 में देखने को मिला था जब भारत ने दो बार की विश्व चैम्पियन टीम वेस्टइंडीज़ को हरा कर सारे विश्व को चौंका दिया था। इसलिए इस गेम को किस्मत का गेम भी कहा जाता है। अगर हम महिला टीम के विश्व विजेता होने की बात करें तो अभी तक भारतीय महिला टीम ने ये स्वाद नहीं चखा, परन्तु उनके बेहतर से बेहतर प्रदर्शन के चलते वे पिछले t-20 विश्व कप में अंतिम तक गए थे। आपको शायद याद होगा कि T-20 विश्व कप 21 फरवरी से 8 मार्च 2020 के बीच ऑस्ट्रेलिया में आयोजित किया गया था। जिसका फाइनल अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में हुआ। मेजबान ऑस्ट्रेलिया Australia ने भारत को 85 रनों से हराकर टूर्नामेंट जीता। कांटे की टक्कर में भारत को हार का सामना करना पड़ा। लेकिन इससे भारतीय महिला टीम का औहदा काफी बढ़ा और तब से महिला क्रिकेट के भविष्य को स्वर्णिम काल के रूप में देखा जाने लगा है। टीम इंडिया ODI में अब तक दो बार फाइनल में पहुंच चुकी है, लेकिन अब तक खिताब नहीं जीत पाई है। 2005 में ऑस्ट्रेलिया और 2017 में इंग्लैंड ने भारत को हराया था। अब तक महिला विश्व कप का आयोजन 11 बार हुआ है।

वर्तमान महिला विश्व कप

जी हाँ 2022 का महिला विश्व कप पूरे जोर-शोर से चल रहा है जोकि इस बार न्यूज़ीलेंड में खेला जा रहा है। भारतीय महिलाओं की क्रिकेट में स्थिति काफी मजबूत है भारत ने अपने पहले ही मैच में पकिस्तान को हराकर ये साबित कर दिया की वह जीत की एक मजबूत दावेदार है। बाकी तो आगामी भविष्य तय करेगा की ये ख़िताब किस देश के नाम जाने वाला है। भारत के प्रारम्भिक मैचों की सूची,

6 मार्च को  भारत बनाम पाकिस्तान, बे ओवल  में जोकि खेला जा चुका है

10 मार्च को  भारत बनाम न्यूजीलैंड, हैमिल्टन

12 मार्च को  भारत बनाम वेस्टइंडीज, हैमिल्टन

16 मार्च को  भारत बनाम इंग्लैंड, बे ओवल

19 मार्च को  भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया, ऑकलैंड

22 मार्च को  भारत बनाम बांग्लादेश, हैमिल्टन

28 मार्च को  भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका, क्राइस्टचर्च

इस बार के महिला विश्व कप 2022 की शुरुआत चार मार्च को हुई। पहला मुकाबला मेजबान न्यूजीलैंड host new zealand और वेस्टइंडीज के बीच खेला गया। तीन अप्रैल को टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला खेला जाएगा। सभी मैच न्यूजीलैंड के छह शहरों में खेले जाएंगे। दुनिया की सबसे बेहतरीन आठ टीमें बे ओवल, हैमिल्टन, क्राइस्टचर्च, वेलिंगटन, ऑकलैंड और डुनेडिन में कुल 31 मैच खेलेंगी।

भारत के सभी मैच दोपहर में शुरू होंगे, लेकिन भारतीय समय के अनुसार सुबह 6.30 मिनट पर आप सभी मैच हॉटस्टार और स्टार स्पोर्ट्स नेटवर्क पर लाइव  देख सकेंगे। टीम इंडिया ODI में अब तक दो बार फाइनल में पहुंच चुकी है, लेकिन अब तक खिताब नहीं जीत पाई है। 2005 में ऑस्ट्रेलिया और 2017 में इंग्लैंड ने भारत को हराया था।

कैसी है भारतीय टीम

इस वर्ल्डकप के लिए भारतीय टीम में युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का अच्छा तालमेल है। 2017 में भारत को फाइनल तक पहुंचाने वाली टीम की स्टार खिलाड़ी इस बार भी भारतीय टीम का हिस्सा हैं। हरमनप्रीत कौर से लेकर कप्तान मिताली राज और झूलन गोस्वामी जैसी अनुभवी खिलाड़ी टीम में मौजूद हैं। वहीं शेफाली वर्मा और ऋचा घोष जैसी युवा खिलाड़ी भी टीम का हिस्सा हैं।

महिला विश्व कप के लिए भारतीय टीम एक नज़र में

मिताली राज (कप्तान), हरमनप्रीत कौर (उप-कप्तान), स्मृति मंधाना, शैफाली वर्मा, यास्तिका भाटिया, दीप्ति शर्मा, ऋचा घोष (विकेटकीपर), स्नेह राणा, झूलन गोस्वामी, पूजा वस्त्रकर, मेघना सिंह, रेणुका सिंह ठाकुर, तानिया भाटिया (विकेटकीपर), राजेश्वरी गायकवाड़, पूनम यादव।

निष्कर्ष

आज का दौर वह दौर नहीं है जहाँ कोई स्त्री पुरुष के पीछे-पीछे चलने वाली हो बल्कि वह उसके साथ चलना ज्यादा पसंद करती है और आज कल के पुरुष भी महिलाओं को आगे बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ते पंरतु पहले ऐसा नहीं था। आप आज की महिला क्रिकेट की स्थिति को देखे और पिछले दौर की स्थति को देखे जितना ध्यान पुरुष टीम पर दिया गया उसका आधा भी ध्यान महिला टीम पर नहीं दिया गया परन्तु महिला टीम की मेहनत और निरंतर प्रयास से भारत का नाम रौशन हुआ है आज पूरा देश और विश्व इस टीम को सलाम करता है और उनके उज्जवल भविष्य की कामना करता है तथा साथ ही साथ इस साल 8 मार्च 2022 को अंतरष्ट्रीय महिला दिवस के दिन उन तमाम महिलाओं को सैलूट करता है जिन्होनें भारत का नाम दुनिया भर ऊँचा किया।

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