भारत सरकार ने ब्रिटेन की केयर्न एनर्जी को 7,900 करोड़ रुपए लौटाए

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भारत सरकार ने ब्रिटेन की केयर्न एनर्जी को 7,900 करोड़ रुपए लौटाए
25 Feb 2022
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News Synopsis

भारत सरकार Government of India ने ब्रिटेन UK की केयर्न एनर्जी Cairn Energy को 7,900 करोड़ रुपए लौटा दिए हैं। भारत सरकार ने रेट्रोस्पेक्टिव टैक्स retrospective taxes मतलब पुरानी तारीख से टैक्स लगाने के एक मामले का निपटाते हुए ब्रिटेन की एक केयर्न एनर्जी को 7,900 करोड़ रुपए लौटा दिए हैं। केयर्न को पूर्व में कैप्रिकॉर्न एनर्जी Capricorn Energy के नाम से जाना जाता था। केयर्न ने एक बयान में कहा कि उसे शुद्ध रूप से 1.06 अरब डॉलर वापस मिल गए हैं। इसमें से करीब 70 फीसदी रकम शेयरधारकों Shareholders को लौटाई जाएगी। 2012 के इस मामले में भारत सरकार ने रेट्रोस्पेक्टिव टैक्स का इस्तेमाल करते हुए केयर्न से 10,247 करोड़ रुपए की मांग की थी। केयर्न ने भारतीय शेयर बाजार Indian Stock Exchange में लिस्ट होने से पहले 2006-07 में अपने इंडिया बिजनेस India Business को रिस्ट्रक्चर  Restructure किया था। इसमें राजस्थान तेल फील्ड Rajasthan Oil Field भी शामिल था। कंपनी ने भारतीय इकाई में अपनी मेजॉरिटी हिस्सेदारी Majority Stake 2011 में वेदांता Vedanta को बेच दी थी। इसपर कंपनी को रिस्ट्रक्चर से हुए कथित कैपिटल गेन Capital Gains को लेकर 2014 में टैक्स मांग का नोटिस दिया गया।  केयर्न ने इसको लेकर आपत्ति दर्ज कराई थी और कहा कि रिस्ट्रक्चर से जुड़े सभी टैक्स का भुगतान कर दिया गया है और उसे सभी संबंधित अथॉरिटीज Authorities की मंजूरी मिल गई है। जबकि, टैक्स विभाग ने 2014 में टैक्स मांग के निपटारे को लेकर केयर्न की इंडियन यूनिट Indian Unit में बचे शेयर को जब्त करके उसे बेच दिया था। साथ ही टैक्स रिटर्न Tax Return पर रोक लगा दी थी और डिविडेंड Dividend को जब्त कर लिया था। यह राशि कुल 7,900 करोड़ रुपए थी।