भारतीय इकोनॉमी पड़ सकती है सुस्त, 6.2 फीसदी ग्रोथ का अनुमान

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भारतीय इकोनॉमी पड़ सकती है सुस्त, 6.2 फीसदी ग्रोथ का अनुमान
26 Feb 2022
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News Synopsis

दिसंबर, 2021 में समाप्त तिमाही के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था Indian Economy सुस्त रफ्तार Sluggish Growth से बढ़ सकती है। अनुकूल बेस इफेक्ट Base Effect के कम होने से अब दिसंबर, 2021 में समाप्त तिमाही के दौरान भारतीय इकोनॉमी  6.2 फीसदी की सुस्त रफ्तार से आगे बढ़ सकती है। इकोनॉमिस्ट्स Economists के बीच किए गए सर्वे के अनुसार, अक्टूबर-दिसंबर, 2021 तिमाही के दौरान भारत का ग्रॉस डॉमेस्टिक प्रोडक्ट Gross Domestic Product (GDP) में सुस्ती की बात सामने आई ।  28 फरवरी को मिनिस्ट्री ऑफ स्टैटिस्टिक्स एंड प्रोग्राम इंप्लीमेंटेशन Ministry of Statistics and Program Implementation इस तिमाही का डाटा जारी करेगा। यह रिजर्व बैंक Reserve Bank (RBI) के दिसंबर, 2021 में जारी 6.6 फीसदी ग्रोथ के अनुमान से 40 बेसिस प्वाइंट Basis Point कम होगा। केंद्रीय बैंक ने 10 फरवरी को जारी मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी के नतीजों में अक्टूबर-दिसंबर, 2021 का अनुमान जारी नहीं किया था। लो बेस की वजह से भारत ने वित्त वर्ष 22 की शुरुआती दो तिमाहियों में अच्छी ग्रोथ दर्ज की थी। जनवरी-मार्च, 2021 की 1.6 फीसदी की तुलना में अप्रैल-जून, 2021 में जीडीपी ग्रोथ GDP growth उछलकर 20.1 फीसदी हो गई थी। वहीं जुलाई-सितंबर, 2021 में जीडीपी ग्रोथ घटकर 8.4 फीसदी रह गई थी। बार्कलेज Barclays के चीफ इंडिया इकोनॉमिस्ट  Chief India Economist राहुल बजोरिया Rahul Bajoria ने कहा, “सभी प्रमुख सब-सेक्टरों Major Sub-Sectors में ग्रोथ दर्ज होगी और हम 2022 की पहली तिमाही में कुछ तेजी देख रहे हैं। हमें कृषि क्षेत्र में स्थिर ग्रोथ की उम्मीद है, हालांकि रूरल कंजमप्शन डाटा Rural Consumption Data में कमजोरी के संकेत स्पष्ट हैं। माइनिंग Mining, कंस्ट्रक्शन और मैन्युफऐक्चरिंग Construction & Manufacturing में ग्रोथ कम है। इसकी वजह विशेषकर ऑटो सेक्टर Auto Sector में सप्लाई चेन से जुड़ी बाधाए हैं।” बाजोरिया ने अक्टूबर-दिसंबर में 6.6 फीसदी ग्रोथ की उम्मीद जताई है।