WTO में भारत ने रखा पक्ष, कहा- निर्यात प्रतिबंध की नीति को लेकर चिंता 

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WTO में भारत ने रखा पक्ष, कहा- निर्यात प्रतिबंध की नीति को लेकर चिंता 
14 Jun 2022
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News Synopsis

सोमवार Monday से विश्व व्यापार संगठन World Trade Organisation (डब्ल्यूटीओ) की मिनिस्टि्रयल सम्मेलन Ministerial Conference की औपचारिक बैठक शुरू हो गई है। इस कार्यक्रम में अपने संबोधन में वाणिज्य व उद्योग मंत्री Commerce and Industry Minister पीयूष गोयल Piyush Goyal ने कहा है कि उन्हें निर्यात प्रतिबंध की नीति Export ban policy को लेकर चिंता है।

उन्होंने कहा कि महामारी से उबरने recovery from epidemic के लिए सिर्फ वैक्सीन निर्माण only vaccine manufacturing के ट्रिप्स छूट (ट्रेड रिलेटेड आस्पेक्ट आफ इंटेलेक्चुअल राइट्स) से काम नहीं चलेगा। उन्होंने कहा कि अब थेरेपटिक और डायोग्निस्टिक therapeutic and diagnostics दोनों में ट्रिप्स से छूट देनी पड़ेगी।

पीयूष गोयल ने आगे कहा कि अब दुनिया में वैक्सीन की कमी नहीं no shortage of vaccines है। कम विकसित और विकासशील देशों less developed and developing countries को डायग्नोस्टिक और थेरेपटिक सुविधा diagnostic and therapeutic facilities की जरूरत है ताकि भविष्य में इस प्रकार की चुनौतियों से आसानी से निपटा जा सके।

डायोग्निस्टिक में ट्रिप्स छूट मिलने से एमआरआई Affordable MRI, सीटी स्कैन CT Scan की सस्ती सुविधा उपलब्ध हो जाएगी और थेरेपटिक में छूट मिलने से कैंसर का इलाज सस्ता Cheap Cancer Treatment हो जाएगा। पीयूष गोयल ने डब्ल्यूटीओ के अपने संबोधन में भारत का पक्ष रखते हुए कहा कि हकीकत यह है कि एक्सपायरी डेट Expiry Date की वजह से वैक्सीन बर्बाद Vaccine Waste हो रही है और इसके बावजूद कई नियमों की वजह से वैक्सीन वितरण Vaccine Delivery को लेकर विरोध दिख रहा है।

उन्होंने डब्ल्यूटीओ से कहा कि अब सिर्फ हम अगर वैक्सीन उपलब्ध कराने का सोच रहे हैं तो इसमें काफी देर हो चुकी है। महामारी के शुरुआती दिन भी समाप्त हो चुके हैं।