News In Brief Business and Economy
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भारत 2025 तक दुनिया का चौथा सबसे बड़ा इकॉनमी बनने की उम्मीद है: अमिताभ कांत

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भारत 2025 तक दुनिया का चौथा सबसे बड़ा इकॉनमी बनने की उम्मीद है: अमिताभ कांत
13 May 2024
7 min read

News Synopsis

भारत के जी20 शेरपा और नीति आयोग के फॉर्मर सीईओ अमिताभ कांत CEO Amitabh Kant ने कहा भारत 2025 तक जापान को पछाड़कर दुनिया की चौथी सबसे बड़ी इकॉनमी बनने की राह पर है। भारत की जीडीपी वर्तमान में संयुक्त राज्य अमेरिका, चीन, जर्मनी और जापान के बाद पांचवें स्थान पर है, जिसने 2022 में यूनाइटेड किंगडम को पीछे छोड़ दिया है।

भारत की इकनोमिक ग्रोथ उल्लेखनीय रही है, यह देखते हुए कि सिर्फ दस साल पहले इसकी जीडीपी विश्व स्तर पर ग्यारहवीं सबसे बड़ी थी। वर्तमान में देश की जीडीपी लगभग 3.7 ट्रिलियन डॉलर होने का अनुमान है।

अमिताभ कांत ने 2013 में "फ्रैजाइल 5" का हिस्सा बनने से लेकर 2024 में टॉप 5 अर्थव्यवस्थाओं में से एक बनने तक भारत के उत्थान में योगदान देने वाले कई प्रमुख कारकों पर प्रकाश डाला है।

इन कारकों में रिकॉर्ड जीएसटी संग्रह, पिछली तीन तिमाहियों में 8% से अधिक की लगातार जीडीपी वृद्धि, 27 देशों के साथ व्यापार के लिए भारतीय रुपये का उपयोग और प्रबंधनीय मुद्रास्फीति स्तर शामिल हैं।

"फ्रैजाइल 5" शब्द 2013 में मॉर्गन स्टेनली एनालिस्ट द्वारा भारत सहित पांच उभरते देशों को संदर्भित करता था, जिनकी अर्थव्यवस्थाएं उस समय संघर्ष कर रही थीं। अन्य चार देश ब्राज़ील, इंडोनेशिया, दक्षिण अफ़्रीका और तुर्की थे।

अमिताभ कांत ने स्टील, सीमेंट और ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर्स में दोहरे अंक की वृद्धि के साथ-साथ डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर में ग्लोबल लीडर के रूप में भारत की स्थिति की ओर भी इशारा किया।

ई-ट्रांसक्शन्स बढ़कर 134 बिलियन हो गया है, जो सभी ग्लोबल डिजिटल पेमेंट्स का 46% है। इसके अलावा जन धन, आधार और मोबाइल ट्रिनिटी के तहत खोले गए खातों में वर्तमान शेष 2.32 लाख करोड़ से अधिक है। 2013-14 और 2022-23 के बीच औसत वार्षिक मुद्रास्फीति 2003-04 और 2013-14 के बीच 8.2% से घटकर 5% हो गई, जिससे भारत की मजबूत वृद्धि को और समर्थन मिला।

इंडियन इकॉनमी हाल की तिमाहियों में एक उज्ज्वल तस्वीर पेश कर रही है, जिसका श्रेय जीडीपी वृद्धि के मजबूत पूर्वानुमानों, प्रबंधनीय मुद्रास्फीति के स्तर, केंद्र सरकार के स्तर पर राजनीतिक स्थिरता और सराहनीय केंद्रीय बैंक मौद्रिक नीति को जाता है।

वर्ष 2023-24 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के दौरान भारत की जीडीपी प्रभावशाली 8.4% की दर से बढ़ी, और देश को भविष्य में भी अपने विकास पथ को बनाए रखने की उम्मीद है।

इंटरनेशनल मोनेटरी फंड के लेटेस्ट वर्ल्ड इकनोमिक आउटलुक के अनुसार भारत 2024 में प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेजी से बढ़ने वाला देश बना रहेगा। आईएमएफ ने 2024 के लिए भारत के विकास अनुमान को 6.5% से बढ़ाकर 6.8% कर दिया है, जो देश के मजबूत आर्थिक प्रदर्शन को दर्शाता है। भारत की अर्थव्यवस्था क्रमशः 2022-23 में 7.2% और 2021-22 में 8.7% बढ़ी, जिससे एक लीडिंग ग्लोबल इकॉनमी के रूप में इसकी स्थिति और मजबूत हुई।