भारत की अर्थव्यवस्था में हो रहा सुधार

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भारत की अर्थव्यवस्था में हो रहा सुधार
20 Feb 2023
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News Synopsis

Latest Updated on 20 February 2023
किसी भी अन्य देश की तुलना में भारत में मंदी की संभावना कम है, और इस समय भारत की विकास दर Growth Rate भी अच्छी है। चालू वित्त वर्ष में यह 6.5 फीसदी से 7 फीसदी रहने का अनुमान है, जो महंगाई दर 7.4 फीसदी को देखते हुए अच्छा माना जा रहा है। पिछले महीने जब वित्त मंत्री से इस बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि पिछले दो साल से विश्व बैंक और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष International Monetary Fund जैसी एजेंसियां ​​दुनिया की खराब आर्थिक स्थिति की बात कर रही हैं, जबकि भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है। इसलिए भारत में इस समय मंदी Recession की कोई संभावना नहीं है।

सरकार ने अक्टूबर में जीएसटी GST से अच्छी खासी कमाई की। यह अब तक की दूसरी सबसे बड़ी रकम थी। सरकार ने कहा कि एकत्र की गई कुल राशि लगभग 1.52 बिलियन डॉलर थी। यह पिछले महीने की तुलना में 16.6 प्रतिशत अधिक है। सरकार ने यह भी कहा कि आयात Import जैसी चीजों पर जीएसटी से जो पैसा वसूल किया गया और वह भी काफी अधिक था।

21 अक्टूबर 2016 और 21 अक्टूबर 2017 के बीच प्रचलन में मुद्रा का स्तर 30.88 लाख करोड़ रुपये बढ़ गया। इसका मतलब है, कि 17.7 लाख करोड़ रुपये से अधिक की नकदी प्रचलन में थी। दो सप्ताह की अवधि। जानकारों का कहना है, कि जब बाजार Market में बहुत अधिक नकदी उपलब्ध होती है, तो इससे लोगों को चीजों को खरीदने और बेचने में आसानी होती है, जिससे अर्थव्यवस्था Economy को स्थिर रखने में मदद मिलती है।

भारतीय शेयर बाजार Indian Stock Market इस साल छुट्टियों की वजह से अच्छा प्रदर्शन कर रहा था। कोविड महामारी Covid Pandemic के बाद पहली बार व्यापारी खुलकर कारोबार कर पाए। यह विशेष रूप से अच्छी खबर है। क्योंकि शादी Marriage के मौसम में लोग शादी कर रहे हैं, और बहुत पैसा खर्च कर रहे हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक इस दौरान भारत में करीब 32,000 शादियां हो रही हैं, जिसमें कुल करीब 3.75 लाख करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं।

नोटबंदी Demonetisation पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी Prime Minister Narendra Modi को सलाह देने वाले अनिल बोकिल Anil Bokil ने इंडिया टीवी India TV को बताया कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा उपभोक्ता बाजार है। यहां की आबादी बहुत बड़ी है, और उपभोक्ताओं की भूख भी बड़ी है। इस भूख का मतलब सिर्फ भोजन नहीं है, बल्कि इसमें जीवन के सभी क्षेत्र शामिल हैं, जैसे कपड़े Clothes, दवाएं Medicines, तकनीक Technique और बुनियादी ढांचा Infrastructure। भारत की यही भूख दुनिया को जीवन दे सकती है। भारत में 140 करोड़ लोग हैं, और पूरी दुनिया इसके सभी उत्पाद भारत में बेच सकती है। क्योंकि भारत दुनिया का सबसे बड़ा उपभोक्ता है, और यह पूरी दुनिया को मंदी से बाहर निकालने में मदद कर सकता है।

Last Updated on 03 October 2021

कोविड महामारी के कारण देश की अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई थी। धीरे-धीरे अब वह अपनी पुरानी स्थिति पर आने की ओर अग्रसर है। भारत में लगातार विदेशी निवेशों की बढ़ती संख्या इस बात का संकेत है कि भारत में अर्थव्यवस्था में सुधार हो रहा है। FPI ने पिछले महीने देश में कुल 26,517 करोड़ रूपये का निवेश किया। यह भारत के लिए अच्छी खबर है, क्योंकि अर्थव्यवस्था में वृद्धि का सीधा असर आम इंसान की जेब पर पड़ेगा। जहाँ महंगाई एक तरफ लोगों की बड़ी परेशानी है, इन निवेशों से कर्मचारियों की जेब अवश्य प्रभावित होगी।