आईबीएम, माइक्रोसॉफ्ट, नैसकॉम ने गुजरात सरकार के साथ समझौता किया

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आईबीएम, माइक्रोसॉफ्ट, नैसकॉम ने गुजरात सरकार के साथ समझौता किया
01 Jul 2024
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News Synopsis

Department of Science and Technology, Government of Gujarat, आईबीएम, माइक्रोसॉफ्ट और नैसकॉम ने बीएफएसआई सेक्टर के लिए एआई क्लस्टर और जीआईएफटी, गांधीनगर में AI Centre of Excellence स्थापित करने के लिए समझौता किया।

इसके अलावा 25,000 स्टूडेंट्स के लिए कैपेसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम और 10,000 हाई स्कूल स्टूडेंट्स के लिए STEM वर्कशॉप भी शुरू की गई। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के साथ-साथ प्रमुख सरकारी अधिकारियों, शिक्षा जगत के प्रतिनिधियों और इंडस्ट्री जगत के नेताओं की मौजूदगी में समझौता किया।

गुजरात सरकार के Department of Science and Technology की प्रिंसिपल सेक्रेटरी मोना के. खंडार Mona K Khandhar Principal Secretary ने कहा "माइक्रोसॉफ्ट और नैसकॉम के साथ एआई के लिए प्रस्तावित सीओई भारत की पहली पहल होगी जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए समर्पित होगी और इस पर काम अगले सप्ताह तक शुरू हो जाएगा। गुजरात सरकार एआई और डीपटेक में क्षमता निर्माण पर ध्यान केंद्रित कर रही है। इस पहल के तहत अगले तीन वर्षों में 25,000 स्टूडेंट्स को प्रशिक्षित किया जाएगा। इस पहल के तहत छात्र आईबीएम जैसे प्रमुख प्रशिक्षकों से प्रमाणन के साथ-साथ डीपटेक कौशल सीखेंगे।"

मोना के. खंडार ने कहा "एआई के लिए सीओई और बीएफएसआई के लिए एआई क्लस्टर सेक्टर स्पेसिफिक एआई यूज़ केस डेवलपमेंट, सिक्योर डेटा एक्सचेंज, इंफ्रास्ट्रक्चर की स्थापना, एआई मॉडल ट्रेनिंग, पायलट प्रोजेक्ट्स और विभिन्न क्षेत्रों में एआई मॉडल को अपनाने पर केंद्रित हैं।"

प्रिंसिपल सेक्रेटरी ने कहा "हम प्रति वर्ष लगभग 10,000 स्टूडेंट्स को STEM नॉलेज प्रसारित करने के लिए 180 वर्कशॉप स्थापित करने के लिए Indian Institute of Technology, गांधीनगर के साथ भी काम कर रहे हैं।"

गुजरात टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (जीटीयू), पीडीईयू, आईआईटीआरएएम, गणपत यूनिवर्सिटी, एलएंडटी एडुटेक, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और सिल्वर टच टेक्नोलॉजीज लिमिटेड सहित विभिन्न संस्थानों को पत्र जारी किए गए।

आईबीएम इंडिया और साउथ एशिया रीजन के मैनेजिंग डायरेक्टर संदीप पटेल Sandip Patel Managing Director for IBM India & South Asia Region ने कहा "हम गुजरात में लंबे समय से काम कर रहे हैं। हम अमूल जैसी बड़ी कंपनियों की सप्लाई चैन का प्रबंधन करते रहे हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यहाँ है, और अब हमें इसे एआई सक्षम कारोबारी माहौल प्रदान करने के लिए आगे बढ़ाना होगा।" 

संदीप पटेल ने कहा "आईएमबी ग्लोबल ऑक्शन रिपोर्ट के अनुसार 1000 से अधिक कर्मचारियों वाली 59% भारतीय कंपनियां अपने दैनिक कार्यों में एआई का उपयोग कर रही हैं, 70% कंपनियों ने एआई से संबंधित निवेश करना शुरू कर दिया है, और 30% कंपनियों का कहना है, कि देश में सीमित कौशल और उपकरणों की उपलब्धता के कारण उन्हें आगे बढ़ने में चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।"

उन्होंने कहा "बसुइनेस में एआई को बढ़ाने की ज़रूरतों और आवश्यकताओं से निपटने के लिए आईबीएम ने एक समर्पित प्लेटफ़ॉर्म 'वाटसन' विकसित किया है। यह प्लेटफ़ॉर्म व्यवसायों को डेटा व्यवस्थित करने में मदद करता है, उन्हें बड़े भाषा मॉडल (एलएलएम), छोटे भाषा मॉडल (एसएलएम) और अन्य तीसरे पक्ष के मॉडल का उपयोग करने में मदद करता है। वाटसन व्यवसायों को एआई को नियंत्रित करने में भी मदद करेगा।"

"इसके अलावा आईबीएम का वॉटसन हाइब्रिड डिज़ाइन (डेटा रेजीडेंसी समस्या को संबोधित करने के उद्देश्य से) है, जिसका अर्थ है, कि यह सिंगल, फ्लेक्सिबल, कॉस्ट-ऑप्टीमल आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के लिए पब्लिक क्लाउड, प्राइवेट क्लाउड और ऑन-प्रिमाइसेस इंफ्रास्ट्रक्चर को जोड़ता है, और इंटीग्रेटेड करता है। यह स्वभाव से मल्टी-मॉडल है, और जिम्मेदार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर केंद्रित है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी में अगली बड़ी चीज है। चाहे आप इसे पसंद करें या नहीं, आपको इसके साथ रहना होगा। और अगर भारत पीछे नहीं रहना चाहता है, तो भारतीय लोगों को तेजी से आगे बढ़ने की जरूरत है", संदीप पटेल ने कहा।