फ्लिपकार्ट को 5,189 करोड़ का घाटा हुआ

News Synopsis
वॉलमार्ट के स्वामित्व वाली ई-कॉमर्स कंपनी Flipkart का नेट लॉस FY24-25 में साल-दर-साल 24% बढ़कर 5,189 करोड़ रुपये हो गया। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि खर्च रेवेनुए की तरह ही तेज़ी से बढ़ा और सहयोगी कंपनियों से होने वाले नुकसान में भी बढ़ोतरी हुई।
रिपोर्ट के अनुसार ऑपरेशन से रेवेनुए साल-दर-साल 17% बढ़कर 82,787 करोड़ रुपये हो गया, जबकि कुल खर्च भी इसी तरह बढ़कर 88,121 करोड़ रुपये हो गया।
कंपनी की 6 सहयोगी कंपनियों और जॉइंट वेंचर से होने वाले नुकसान में हिस्सेदारी FY25 में एक साल पहले के 54 करोड़ रुपये से बढ़कर 172 करोड़ रुपये हो गई।
इसके एक्सपेंसेस में मटेरियल कॉस्ट्स, फाइनेंसियल कॉस्ट्स और अन्य खर्च पिछले फाइनेंसियल ईयर की तुलना में बढ़े हैं, जबकि कर्मचारी-संबंधी लागत 31% घटकर 469.8 करोड़ रुपये रह गई।
Flipkart ने कथित तौर पर पिछले साल की शुरुआत में अपने वार्षिक प्रदर्शन समीक्षा अभ्यास के तहत लगभग 1,000 कर्मचारियों, या अपने कार्यबल के 5% को नौकरी से निकाल दिया था।
इसके अलावा इसकी मार्केटप्लेस शाखा फ्लिपकार्ट इंटरनेट ने FY25 में 1,494.2 करोड़ रुपये का मामूली नेट लॉस दर्ज किया, जबकि एक साल पहले यह 2,358.7 करोड़ रुपये था। ऑपरेशन से रेवेनुए साल-दर-साल 14% बढ़कर 20,493.3 करोड़ रुपये हो गया।
मार्केटप्लेस और फंडिंग की गति
भारत में फ्लिपकार्ट जिन कई संस्थाओं के माध्यम से काम करता है, उनमें से फ्लिपकार्ट की मार्केटप्लेस शाखा के रेवेनुए में मुख्य रूप से सेलर कमीशन, एडवरटाइजिंग और अन्य सेलर फीस शामिल हैं। प्राइमरी होल्डिंग कंपनी सिंगापुर स्थित फ्लिपकार्ट मार्केटप्लेस प्राइवेट लिमिटेड है।
FY25 के दौरान मार्केटप्लेस सर्विस से रेवेनुए दोगुना से ज़्यादा बढ़कर 7,750.6 करोड़ रुपये हो गया, जबकि एडवरटाइजिंग सर्विस से रेवेनुए साल-दर-साल 27% बढ़कर 6,317 करोड़ रुपये हो गया। स्टोरेज सर्विस से रेवेनुए 55% बढ़कर 268.2 करोड़ रुपये हो गया, लेकिन लॉजिस्टिक्स सर्विस से रेवेनुए FY25 में एक साल पहले के 6,837.6 करोड़ रुपये से घटकर 4,224.5 करोड़ रुपये रह गया।
फ्लिपकार्ट इंटरनेट ने हाल ही में अपनी सिंगापुर स्थित मूल कंपनी से 2,225 करोड़ रुपये का इंटरनल फंडिंग भी जुटाया है। यह फंडिंग 3,200 करोड़ रुपये के पिछले निवेश के ठीक दो महीने बाद आया है, जो नियोजित पब्लिक लिस्टिंग से पहले फ्लिपकार्ट की विकास संभावनाओं में निरंतर विश्वास का संकेत देता है।
फ्लिपकार्ट की फाइनेंसियल लागत में भी जबरदस्त बढ़ोतरी
आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान कंपनी का कुल व्यय 17.4 प्रतिशत बढ़कर 88,121.4 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी की फाइनेंसियल लागत में भी जबरदस्त बढ़ोतरी हुई, जो वित्त वर्ष 2024-25 में 57 प्रतिशत बढ़कर लगभग 454 करोड़ रुपये हो गई। बताते चलें कि फ्लिपकार्ट ने इस साल की बिग बिलियन डे सेल की घोषणा कर दी है। दीपावली की खरीदारी के लिए फ्लिपकार्ट की Big Billion Days सेल 23 सितंबर 2025 को शुरू हो रही है। जबकि प्लस और ब्लैक मेंबर्स के लिए ये सेल 22 सितंबर से ही शुरू हो जाएगी।
मिंत्रा के मुनाफे में कई गुना बढ़ोतरी
वहीं दूसरी ओर फैशन और लाइफस्टाइल ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म मिंत्रा डिजाइन्स प्राइवेट लिमिटेड का एकीकृत मुनाफा मार्च 2025 को समाप्त वित्त वर्ष में कई गुना बढ़कर 548.3 करोड़ रुपये हो गया। आंकड़ों के अनुसार बेंगलुरु स्थित इस कंपनी को इससे पिछले वित्त वर्ष में 30.9 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। कंपनी का ऑपरेशन रेवेनुए वित्त वर्ष 2023-24 के 5121.8 करोड़ रुपये से 18 प्रतिशत बढ़कर वित्त वर्ष 2024-25 में 6042.7 करोड़ रुपये हो गया। बताते चलें कि Flipkart ने साल 2014 में 300 मिलियन डॉलर में Myntra का अधिग्रहण कर लिया था।