अप्रैल-जून के बीच राजकोषीय घाटा 20 फीसदी के वार्षिक लक्ष्य पर पहुंचा

Share Us

341
अप्रैल-जून के बीच राजकोषीय घाटा 20 फीसदी के वार्षिक लक्ष्य पर पहुंचा
01 Sep 2022
min read

News Synopsis

भारत का राजकोषीय घाटा Fiscal Deficit of India अपने वार्षिक लक्ष्य Annual Target के 20.5 फीसदी तक पहुंच गया। अगर विस्तार से बात की जाए तो केंद्र सरकार Central Government का राजकोषीय घाटा जुलाई 2022-23 के अंत में वार्षिक लक्ष्य के 20.5 फीसी को छू गया है, यह एक साल पहले 21.3 फीसदी था। बुधवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों में यह बात सामने आई है। ये आंकड़े सार्वजनिक वित्तीय मामलों में सुधार Reforms in Financial Affairs के संकेत दे रहे हैं। वास्तविक रूप से राजकोषीय घाटा व्यय और राजस्व Expenditure and Revenue के बीच का अंतर होता है। इस वित्तीय वर्ष में अप्रैल से जुलाई महीने की अवधि के दौरान यह 3,40,831 करोड़ रुपए था।

राजकोषीय घाटा सरकार पर बाजार की उधारी Market Borrowing को दर्शाता है। लेखा महानियंत्रक Controller General of Accounts (सीजीए) की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार करों समेत सरकार की प्राप्तियां 7.85 लाख करोड़ रुपए थी जो 2022-23 के लिए बजट अनुमानों Budget Estimates (बीई) का 34.4 फीसदी है। एक साल पहले की अवधि के दौरान यह लगभग 34.6 फीसदी के करीब था। सरकार का कर राजस्व अप्रैल से जुलाई महीने के दौरान 6.66 लाख करोड़ रुपए रहा, यह बजट अनुमान का 34.4 फीसदी है। वहीं पिछले साल भी सरकार अपने वार्षिक बजट अनुमान का 34.2 फीसदी राजस्व हासिल करने में सफल रही थी।

सीजीए के आंकड़ों की मानें तो इस अवधि के दौरान केंद्र सरकार का कुल खर्च 11.26 लाख करोड़ रुपए रहा जाे वर्ष 2022-23 के बजट अनुमान का 28.6 फीसदी रहा । यह एक पूर्व की अवधि के आंकड़ों के लगभग बराबर है। वहीं, सीजीए की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक जुलाई 2022 तक के केंद्र सरकार के मासिक खाते के अनुसार पूंजीगत व्यय Capital Expenditure पूरे वर्ष के बजट के अनुमानित लक्ष्य का 27.8 फीसदी रहा। पिछले वर्ष की इस अवधि में यह 27.8 फीसदी था।