गेहूं के निर्यात पर रोक से किसानों को घाटा नहीं- कृषि मंत्री

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गेहूं के निर्यात पर रोक से किसानों को घाटा नहीं- कृषि मंत्री
20 Jul 2022
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News Synopsis

मंगलवार को लोकसभा Lok Sabha में देश के कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर Agriculture Minister Narendra Singh Tomar ने एक सवाल के जवाब में कहा कि गेहूं के निर्यात export of wheat पर बैन लगाने के फैसले से किसानों farmers को कोई नुकसान नहीं उठाना पड़ा है। कृषि मंत्री लोकसभा में उस सवाल का जवाब दे रहे थे जिसमें पूछा गया था कि गेहूं के निर्यात पर बैन  export ban लगने के कारण किसानों को जो नुकसान उठाना पड़ रहा है, क्या उसकी भरपाई के लिए सरकार किसानों को कोई मुआवजा देने जा रही है? कृषि मंत्री ने सवाल का जवाब देते हुए बताया है कि गेहूं का निर्यात बड़ी मात्रा में बड़े-बड़े निर्यातक करते थे।

जबकि दूसरी तरफ, गेहूं के निर्यात के बावजूद घरेलू बाजार domestic market में गेहूं की कीमतें एमएसपी से लगातार ऊपर continuously above MSP बनी रही हैं। ऐसे में किसानों को इससे कोई घाटा नहीं हुआ है। गौर करने वाली बात ये है कि मई महीने में सरकार ने गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था। उस समय सरकार की ओर से बताया गया था कि यह कदम देश में और पड़ोसी देशों neighbouring countries में (जहां गेहूं की ज्यादा जरूरत है) खाद्य सुरक्षा food security सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।

गेहूं पर निर्यात पर रोक के बाद सरकार ने जुलाई महीने की 12 तारीख से सरकार ने गेहूं के आटे और उससे जुड़े उत्पादों के निर्यात पर भी पाबंदी लगा दिया है। अब इन चीजों के निर्यात के लिए इजाजत permission for export लेनी जरूरी हो गई है।