आठ साल के सुधारों ने बढ़ाई भारत की आर्थिक स्थिरता- आशिमा गोयल

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आठ साल के सुधारों ने बढ़ाई भारत की आर्थिक स्थिरता- आशिमा गोयल
26 Aug 2022
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News Synopsis

भारत India की व्यापक आर्थिक स्थिरता Macroeconomic Stability को पिछले आठ साल में हुए प्रणालीगत आर्थिक सुधारों Systemic Economic Reforms ने बढ़ाया है। साथ ही किसी भी बाहरी झटके को झेलने की क्षमता में भी वृद्धि हुई है। देश के केंद्रीय बैंक Central Bank यानी आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति Monetary Policy Committee (एमपीसी) की सदस्य आशिमा गोयल Ashima Goyal ने एक बयान में कहा है कि, मोदी सरकार के आने से ठीक पहले भारत वैश्विक वित्तीय संकट Global Financial Crisis के बाद गंभीर व्यापक आर्थिक अस्थिरता से जूझ रहा था।

इसके बाद सुधारों के दम पर हमारा वित्तीय क्षेत्र स्वस्थ हुआ है। खाद्य सुरक्षा कायम है। सरकार और उद्योग  Government and Industry ने मिलकर काम करना सीख लिया है। उन्होंने आगे कहा कि, आपूर्ति पक्ष में लगातार सुधार के साथ उचित आर्थिक नीति  Fair Economic Policy ने वृद्धि में योगदान दिया है। जबकि, कई विषयों पर भारत के आधिकारिक आंकड़ों की विश्वसनीयता को लेकर होने वाली आलोचनाएं काफी हद तक गलत साबित हुई हैं। वहीं एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स S&P Global Ratings ने कहा है कि, भारत के पास पर्याप्त विदेशी मुद्रा भंडार Forex Reserves है।

बही-खाता मजबूत है। इससे देश कर्ज संबंधी दबाव बर्दाश्त करने में सक्षम है। निकट अवधि के दबावों का भारत की साख पर गंभीर असर पड़ेगा। वहीं अगर चीन की बात करें तो चीनी निर्यात 2022-23 में 28.57 फीसदी गिरावट के साथ 80 लाख टन रह सकता है। खाद्य मंत्रालय Ministry of Food के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, चालू सीजन में चीनी का निर्यात Sugar Exports 1.12 करोड़ टन रहने की संभावना है। इस साल में अच्छा निर्यात हो सकता है, पर अगले साल में इसमें गिरावट आ सकती है।