ऑफर लेटर लेकर जॉइनिंग से मना किया तो कंपनी का को-फाउंडर भड़का, निकाली भड़ास

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ऑफर लेटर लेकर जॉइनिंग से मना किया तो कंपनी का को-फाउंडर भड़का, निकाली भड़ास
09 Sep 2022
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News Synopsis

कई बार ऐसा देखने में आता है कि ऑफर लेटर स्वीकार Offer letter accepted करने के बाद कई कर्मचारी जॉइनिंग Joining के मौके पर पीछे हट जाते हैं और प्रस्ताव को स्वीकार करने से इनकार कर देते हैं। कॉरपोरेट Corporate जगत में यह कोई नई बात नहीं है। यह समस्या फिलहाल सोशल मीडिया Social Media पर चर्चा का विषय बनी हुई है। दरअसल ऐसे ही एक मामले के बाद ट्रैवल कंपनी EaseMyTrip के को-फाउंडर Co-Founder ने अपनी भड़ास सोशल मीडिया पर निकाली है। उनके इस पोस्ट पर लोगों ने भी कई दिलचस्प जवाब दिए हैं और उन्हें इस समस्या से निपटने का तरीका भी सुझाया। इज माय ट्रिप के को फाउंडर प्रशांत पिट्टी Prashant Pitti ने अपने ट्विटर अकाउंट Twitter account पर एक व्हाट्सऐप चैट का स्क्रीनशॉट Screenshot साझा करते हुए लिखा था कि उनकी कंपनी में सेलेक्ट हुए एक कैंडिडेट ने किसी दूसरी कंपनी में बेहतर मौका मिलने की बात कहकर इज माय ट्रिप में ज्वाइन करने से मना कर दिया।

उन्होंने आगे लिखा कि किसी उम्मीदवार की बहाली प्रक्रिया में लंबा समय लगता है। ऑफर लेटर  जारी करने के बाद कंपनी कई दिनाें या कुछ मामलों में कई महीनों तक इंतजार करती है। उसके बाद भी अगर कोई ज्वाइन ना करे तो यह दुखद बात है। अगर कोई व्यक्ति लंबे इंतजार के बाद ज्वाइन करने से मना कर देता है तो पूरी प्रकिया में लगने वाला समय और संसाधन बेकार हो जाते हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर लोगों से समस्या का समाधान भी जानना चाहा।

इज माय ट्रिप के सहसंस्थापक प्रशांत पुट्टी की इस ट्वीट पर भारत पे BharatPe के कोफाउंडर अशनीर ग्रोवर Ashneer Grover भी रिप्लाई किया है। उन्होंने लिखा है कि भारत में काॅन्ट्रैक्ट की वैल्यू  Value of the contract नहीं है। यहां लोग एक हाथ ले और दूसरे हाथ दे पर भरोसा करते हैं।