News In Brief Business and Economy
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केंद्र ने पेट्रोल निर्यात पर भारी-भरकम टैक्स लिया वापस

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केंद्र ने पेट्रोल निर्यात पर भारी-भरकम टैक्स लिया वापस
20 Jul 2022
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News Synopsis

ग्‍लोबल मार्केट Global Market में क्रूड ऑयल की कीमतों Crude Oil Prices में नरमी को देखते हुए केंद्र सरकार ने तीन सप्‍ताह पहले निर्यात पर लगाए भारी-भरकम टैक्‍स को वापस ले लिया है। आपको बता दें कि सरकार ने डीजल और हवाई ईंधन Diesel and Air Fuel पर लगाए टैक्‍स में कटौती की है, जबकि पेट्रोल पर लगे पूरे टैक्‍स को ही खत्‍म कर दिया गया है। दरअसल, यह टैक्‍स ग्‍लोबल मार्केट में कच्‍चे तेल की बेतहाशा बढ़ती कीमतों के कारण घरेलू बाजार में पेट्रोल-डीजल के खुदरा मूल्‍य Retail Price of Petrol-Diesel को बढ़ने से रोकने के लिए लगाया गया था। इसका मकसद था कि कंपनियां यहां रिफाइन किए गए ईंधन को निर्यात Export of Refined Fuel करने के बजाए घरेलू बाजार में ही खपत कराएं, ताकि आपूर्ति बेहतर हो और कीमतों पर दबाव कम किया जा सके। 

सरकार की ओर से जारी नोटिफिकेशन के अनुसार, डीजल और हवाई ईंधन पर लगाए गए 13 रुपये प्रति लीटर के अतिरिक्‍त टैक्‍स में से 2 रुपये की कटौती कर दी गई है। यानी अब कंपनियों को डीजल और हवाई ईंधन के निर्यात के लिए 11 रुपये का अतिरिक्‍त टैक्‍स चुकाना होगा।  वहीं, पेट्रोल के निर्यात पर लगे 6 रुपये प्रति लीटर के टैक्‍स को पूरी तरह खत्‍म कर दिया गया है। गौरतलब है कि भारत में उत्‍पादन किए गए कच्‍चे तेल के निर्यात पर भी सरकार ने भारी-भरकम टैक्‍स लगाया था, जिसमें अब बड़ी कटौती की गई है। सरकार ने घरेलू क्रूड के निर्यात पर टैक्‍स को 27 फीसदी घटाकर 17 हजार रुपये प्रति टन कर दिया है। 

सरकार के इस फैसले से पेट्रोल-डीजल जैसे रिफाइंड ईंधन का निर्यात करने वाली कंपनियों को काफी फायदा होगा। इसमें सरकारी तेल कंपनियों के साथ निजी क्षेत्र की रिलायंस इंडस्‍ट्रीज Reliance Industries भी शामिल है। इसके अलावा रोजनेफ्ट की कंपनी नायरा एनर्जी Rosneft Company Naira Energy को भी नए फैसले से लाभ होगा।  ये दोनों कंपनियां मिलकर करीब 85 फीसदी ईंधन का निर्यात करती हैं।