CBI ने 2100 करोड़ के बैंक फर्जीवाड़े में दो अलग अलग मामले किये दर्ज

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CBI ने 2100 करोड़ के बैंक फर्जीवाड़े में दो अलग अलग मामले किये दर्ज
12 Jul 2022
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News Synopsis

सीबीआई CBI ने 2100 करोड़ रुपए के दो अलग-बैंक फर्जीवाड़े Bank fraud में दो अलग-अलग मामले दर्ज किए हैं। पहला मामला एसबीआई व चार अन्य बैंकों के समूह SBI and four other consortium of banks से 1438.45 करोड़ की धांधली में मुंबई Mumbai की एक निजी कंपनी के खिलाफ तो दूसरा 710.85 करोड़ के फर्जीवाड़े में अहमदाबाद Ahmedabad का एक मामला है। पहले मामले में दर्ज एफआईआर में मुंबई की उशदेव इंटरनेशनल लिमिटेड Ushdev International Limited, उसके निदेशक (गारंटर) सुमन विजय गुप्ता Suman Vijay Gupta, प्रतीक विजय गुप्ता और अज्ञात जन सेवकों Vijay Gupta and unknown public servants व अन्य के नाम हैं।

लोहे व अन्य धातु के कारोबार वाली इस कंपनी पर आरोप था कि उसके निदेशकों ने कुछ अज्ञात फर्मों के साथ भारतीय स्टेट बैंक State Bank of India, इंडियन ओवरसीज बैंक Indian Overseas Bank, भारतीय सेंट्रल बैंक Central Bank of India, ओरिएंअल बैंक ऑफ कॉमर्स और बैंक ऑफ महाराष्ट्र Oriental Bank of Commerce and Bank of Maharashtra को 1438 करोड़ रुपए की चपत लगाई। इन लोगों ने बैंक से लिए कर्ज को ठिकाने लगाया और विदेश में की गई बिक्री में नुकसान दिखाया। बैंक की रकम नहीं लौटाने के लिए बही खातों में भी फेरबदल किया। यही नहीं इन लोगों ने बैंक से ली रकम को पांच से नौ साल से काम नहीं कर रहीं फर्मों को एडवांस दिया और उनसे जुड़ी फर्मों को भी कर्ज बांटे। सीबीआई ने मुंबई व पुणे Mumbai and Pune के तीन ठिकानों पर छापे मारे और कुछ दस्तावेज भी जब्त किए।

दूसरे मामले में सीबीआई ने अहमदाबाद Ahmedabad की निजी कंपनी और सके छह निदेशकों व अज्ञात व्यक्तियों six directors and unknown persons के खिलाफ बैंक ऑफ इंडिया की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की। आरोप है कि इन लोगों ने बैंक ऑफ इंडिया Bank of India, आईडीबीआई IDBI, एसबीआई SBI, पीएनबी ओर शामराव विट्ठल सहकारी बैंक व आईएफसीआई लिमिटेड PNB and Shamrao Vithal Co-operative Bank and IFCI Ltd को 710.85 करोड़ रुपये की चपत लगाई।