बैंक ऑफ बड़ौदा ने ट्रूवर्थ वेलनेस के साथ साझेदारी की

News Synopsis
भारत के अग्रणी पब्लिक सेक्टर के बैंकों में से एक बैंक ऑफ बड़ौदा Bank of Baroda ने अपने 75,000 से अधिक कर्मचारियों और उनके परिवारों के इमोशनल और मेन्टल हेल्थ को प्राथमिकता देने के लिए ट्रूवर्थ वेलनेस Truworth Wellness के साथ मिलकर अपने "Employee Assistance Program" को बढ़ाया है। कर्मचारी कल्याण पर ध्यान केंद्रित करते हुए शुरू की गई इस होलिस्टिक वेलनेस पहल का उद्देश्य अपने कर्मचारियों की विविध भावनात्मक आवश्यकताओं को संबोधित करके एक समृद्ध कार्य वातावरण को बढ़ावा देना है।
अपग्रेड ईएपी पर्सनलाइज़ सर्विस की एक वाइड रेंज प्रदान करता है, जो कर्मचारियों के साथ-साथ उनके जीवनसाथी और बच्चों के लिए कम्प्रेहैन्सिव मेन्टल हेल्थ सपोर्ट सुनिश्चित करता है। प्रमुख विशेषताओं में गोपनीय एक-पर-एक परामर्श सत्र शामिल हैं, जो व्यक्तिगत और आभासी दोनों तरह से उपलब्ध हैं, जो चिंता, तनाव, अवसाद और व्यक्तिगत मामलों जैसे कई मुद्दों को कवर करते हैं। तत्काल सहायता के लिए 24/7 टोल-फ्री हेल्पलाइन उपलब्ध है, और कर्मचारी मानसिक स्वास्थ्य आकलन, मूड ट्रैकिंग, एआई-बसेड थेरेपी और वेलनेस प्रोग्राम के लिए यूजर के अनुकूल "वेलनेस कॉर्नर" ऐप का उपयोग कर सकते हैं।
बैंक ऑफ बड़ौदा के चीफ जनरल मैनेजर शैलेंद्र सिंह Shailendra Singh ने कहा "अपने कर्मचारियों के होलिस्टिक कल्याण को प्राथमिकता देने के महत्व को समझते हुए हम बैंक ऑफ बड़ौदा में महामारी के दौरान 2020 में Employee Assistance Program शुरू करने में अग्रणी थे, जो मेन्टल हेल्थ के साथ-साथ फिजिकल हेल्थ पर भी ध्यान केंद्रित करता है। इस वर्ष हमने पहल को एक कदम आगे बढ़ाया है, और इस क्षेत्र के अग्रणी ट्रूवर्थ वेलनेस द्वारा डिज़ाइन किए गए प्रोग्राम का एक एडवांस्ड एडिशन शुरू किया है। अपने लोगों और उनके तत्काल परिवार के मेंबर्स के ओवरआल हेल्थ में निवेश करके हम एक ऐसे भविष्य की ओर बढ़ रहे हैं, जहाँ कर्मचारी कल्याण कॉर्पोरेट संस्कृति का एक अभिन्न अंग है, जिससे एक खुशहाल, स्वस्थ और अधिक व्यस्त कार्यबल बनता है।"
ट्रूवर्थ वेलनेस के को-फाउंडर और सीईओ रोहित चौहान Rohit Chohan ने कहा "हमें इस परिवर्तनकारी पहल में बैंक ऑफ बड़ौदा के साथ साझेदारी करने पर गर्व है। वेलनेस के प्रति हमारा समग्र दृष्टिकोण, कटिंग-एज टेक्नोलॉजी और पर्सनलाइज़ सपोर्ट के साथ मिलकर बैंक ऑफ बड़ौदा के कर्मचारियों को अपने स्वास्थ्य की जिम्मेदारी लेने और अपने जीवन के सभी पहलुओं में आगे बढ़ने के लिए सशक्त बनाएगा। यह साझेदारी इस बात का एक और उदाहरण है, कि भारत में कॉर्पोरेट वेलनेस कैसे विकसित हो रहा है, एक बहुआयामी और समावेशी दृष्टिकोण जिसमें सक्रिय और निवारक देखभाल पर जोर दिया गया है।"
बढ़ी हुई ईएपी में क्रेडिट अधिकारियों के लिए ध्यान और माइंडफुलनेस के माध्यम से तनाव प्रबंधन, करियर ब्रेक के बाद कार्यबल में फिर से शामिल होने वाली महिलाओं के लिए भावनात्मक समर्थन और कर्मचारियों के बीच प्रोग्राम के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मेन्टल हेल्थ रोड शो जैसी विशेष सेवाएं भी शामिल हैं। यह पहल तेजी से बढ़ती मांग वाली दुनिया में अपने कर्मचारियों की मानसिक और भावनात्मक भलाई को पोषित करने के लिए बैंक ऑफ बड़ौदा की कमिटमेंट को उजागर करती है।