गेहूं और मैसलिन आटे के निर्यात पर पाबंदी को मिली मंजूरी, जानें डिटेल्स

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गेहूं और मैसलिन आटे के निर्यात पर पाबंदी को मिली मंजूरी, जानें डिटेल्स
26 Aug 2022
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News Synopsis

कैबिनेट कमिटी ऑन इकोनॉमिक अफेयर्स Cabinet Committee on Economic Affairs (CCEA) ने भारत India से आटे के निर्यात पर बड़ा फैसला लिया है। कमिटी ने अपनी बैठक में गेहूं और मैसलिन आटे Wheat and Meslin Flour के निर्यात पर प्रतिबंध Export of Flour लगाने को अपनी मंजूरी प्रदान कर दी है। गौर करने वाली बात ये है कि वर्ष 2021-22 में भारत ने 24 करोड़ 65.7 लाख डॉलर के गेहूं के आटे का एक्सपोर्ट किया था। बीते मई महीने में भीषण गर्मी Severe Heat के दौरान गेहूं के उत्पादन Production of Wheat से जुड़ी चिंताओं को देखते हुए सरकार ने इसकी बढ़ती कीमतों को नियंत्रित करने के लिए गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था।

वहीं रूस और यूक्रेन Russia and Ukraine की पूरी दुनिया में आटे के निर्यात में 25 फीसदी की हिस्सेदारी है। वर्तमान में दोनों देशों के बीच जारी जंग से वहां से आटे का निर्यात नहीं हो पा रहा है। दूसरी ओर इस जंग के कारण दुनियाभर की सप्लाई लाइन भी प्रभावित हुई है। इन कारणों  के  ग्लोबल मार्केट में गेहूं के भाव बढ़े हुए हैं। इस स्थिति में कारोबारी आटे के निर्यात में अधिक दिलचस्पी लेते हैं जिससे देश में गेहूं और आटे की कीमतें बढ़ने का खतरा पैदा हो सकता है।

जानकार मानते हैं कि सरकार ने ऐसी स्थिति से बचने के लिए और देश की 1.4 बिलियन की आबादी के लिए खाद्य सुरक्षा Food Security सुनिश्चित करने के लिए गेहूं और आटे के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया है।