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ऑस्ट्रेलिया ने बच्चों के लिए यूट्यूब बैन कर दिया

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ऑस्ट्रेलिया ने बच्चों के लिए यूट्यूब बैन कर दिया
30 Jul 2025
8 min read

News Synopsis

बच्चों के सोशल मीडिया के संपर्क में आने को लेकर बढ़ती चिंताओं के बाद ऑस्ट्रेलिया ने बच्चों के लिए सोशल मीडिया पर प्रतिबंध के अपने फैसले को वापस लेते हुए अपना रुख कड़ा कर लिया है। देश ने अपनी पिछली छूट वापस ले ली है, और YouTube को 16 साल से कम उम्र के बच्चों के प्रतिबंध में शामिल करने का फैसला किया है, और इसे TikTok, Snapchat, Instagram और Facebook के साथ ग्रुपिंग कर दिया है।

यह फैसला ऑस्ट्रेलिया के ई-सेफ्टी कमिश्नर के दबाव के बाद लिया गया है, जिन्होंने सरकार पर YouTube की छूट को खत्म करने का दबाव डाला था। उन्होंने चेतावनी दी थी, कि यह प्लेटफ़ॉर्म अन्य सोशल नेटवर्क्स की तरह ही रिस्क पैदा करता है। पिछले नवंबर में पारित कानून के तहत प्लेटफ़ॉर्म को 16 साल से कम उम्र के बच्चों को अपनी साइटों से दूर रखने के लिए "उचित कदम" उठाने होंगे, अन्यथा 49.5 मिलियन डॉलर तक के जुर्माने का रिस्क उठाना पड़ सकता है। सरकार इस महीने के अंत में age-वेरिफिकेशन टेक्नोलॉजी पर एक रिपोर्ट प्रकाशित करेगी, जिससे यह तय होने की उम्मीद है, कि कानून को कितनी सख्ती से लागू किया जाएगा।

रिपोर्टों के अनुसार प्रतिबंध दिसंबर 2025 में लागू होंगे। इसका मतलब है, कि इस साल के अंत तक 16 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को YouTube खाते बनाने से प्रतिबंधित कर दिया जाएगा, हालांकि माता-पिता और शिक्षक अभी भी कक्षा में वीडियो दिखा पाएंगे।

Prime Minister Anthony Albanese ने कहा "मैं इस पर रोक लगा रहा हूँ," उन्होंने ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म के बच्चों पर पड़ रहे असर की ओर इशारा किया और टेक कंपनियों को चेतावनी दी कि उनकी ज़िम्मेदारियाँ एडवरटाइजिंग रेवेनुए से कहीं आगे तक जाती हैं। उन्होंने कहा "मैं चाहता हूँ, कि ऑस्ट्रेलियाई माता-पिता यह जानें कि हम उनके साथ हैं।"

यह कदम ऐसे समय उठाया गया है, जब हाल ही में एक रेगुलेटर सर्वे में पता चला है, कि 18 साल से कम उम्र के 37 प्रतिशत बच्चों ने YouTube पर हानिकारक कंटेंट देखी है, जो किसी भी प्लेटफ़ॉर्म के लिए सबसे ज़्यादा आँकड़ा है। इसके अलावा इसमें यह भी बताया गया है, कि 10 से 12 साल के लगभग 68 प्रतिशत बच्चे YouTube से जुड़े हुए हैं।

आश्चर्यजनक रूप से YouTube पीछे हट रहा है। रिपोर्ट के अनुसार "हमारा रुख़ स्पष्ट है, YouTube एक वीडियो शेयरिंग प्लेटफ़ॉर्म है, जिसमें फ्री, हाई-क्वालिटी कंटेंट की एक लाइब्रेरी है, जिसे टीवी स्क्रीन पर तेज़ी से देखा जा रहा है। यह सोशल मीडिया नहीं है।" कंपनी का तर्क है, कि उसका मुख्य उद्देश्य वीडियो की मेजबानी और डिस्ट्रीब्यूशन करना है, न कि सोशल नेटवर्किंग को प्रोत्साहित करना, तथा 13 से 15 वर्ष के बीच के लगभग तीन-चौथाई ऑस्ट्रेलियाई किशोर इस पर निर्भर हैं।

आलोचकों को यह अंतर ज़्यादा रास नहीं आया। पहले से ही प्रतिबंध की चपेट में आए अन्य प्लेटफ़ॉर्म लंबे समय से शिकायत कर रहे हैं, कि YouTube के एल्गोरिथम-ड्रिवेन रिकमेंडेशन और इंटरैक्टिव फ़ीचर इसे उनसे अलग नहीं बनाते। Australian Primary Principals Association ने सरकार के इस कदम का स्वागत करते हुए कहा है, कि शिक्षक यह तय करने में पूरी तरह सक्षम हैं, कि छात्र स्कूल में क्या देखते हैं। एसोसिएशन प्रेजिडेंट एंजेला फ़ॉकेनबर्ग ने कहा "शिक्षक हमेशा किसी भी संसाधन की उपयुक्तता के संरक्षक होते हैं (और) विवेकपूर्ण होंगे।"

टेक एक्सपर्ट्स का कहना है, कि एआई के उदय ने इस समस्या को और बदतर बना दिया है। आर्कटिक वुल्फ के चीफ इनफार्मेशन सिक्योरिटी ऑफिसर एडम मार्रे ने कहा "ऑस्ट्रेलियाई सरकार द्वारा YouTube को विनियमित करने का कदम बड़ी टेक कंपनियों की अनियंत्रित शक्ति को रोकने और बच्चों की सुरक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है," रिपोर्ट के अनुसार।

रिवाइज्ड नियमों ने अल्फाबेट के साथ एक नए गतिरोध का माहौल तैयार कर दिया है, जिसने 2021 में मीडिया कंपनियों को उनकी पत्रकारिता के लिए पेमेंट करने के लिए बाध्य करने वाले कानून का पालन करने के बजाय ऑस्ट्रेलिया से कुछ Google सर्विस को वापस लेने की धमकी दी थी।

पिछले हफ्ते YouTube ने पुष्टि की कि वह "विधायी प्रक्रिया की अखंडता को बनाए रखने" के लिए कैनबरा में पैरवी कर रहा था। लोकल मीडिया ने बताया है, कि कंपनी अदालत में चुनौती देने की तैयारी कर रही है, लेकिन YouTube ने इसकी पुष्टि नहीं की है।