डिजिटल करेंसी आने के बाद क्रिप्टोकरेंसी का मामला हो जाएगा खत्म-रविशंकर
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भारतीय रिजर्व बैंक Reserve Bank of India के डिप्टी गवर्नर टी. रविशंकर Deputy Governor T. Ravi Shankar ने कहा है कि जल्द पेश की जाने वाली केंद्रीय बैंक की डिजिटल मुद्रा Central Bank Digital Currency से निजी डिजिटल मुद्रा बिटकॉइन Bitcoin को लेकर जो थोड़ा बहुत भी मामला बनता है, वह समाप्त हो जाएगा। आपको बता दें कि सरकार क्रिप्टोकरेंसी Cryptocurrency पर परामर्श पत्र Consultancy लाने की तैयारी कर रही है। शंकर ने ‘स्टेबल कॉइन’ Stable Coin पर भी आपत्ति जताई है जिसे एक प्रकार की मुद्रा कहा जाता है।
गौरतलब है कि रिजर्व बैंक बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी का शुरू से ही पुरजोर विरोध करता रहा है। केंद्रीय बैंक का मानना है कि इन तरह की करेंसी का कोई अंतर्निहित मूल्य नहीं है, इसकी प्रकृति सट्टेबाजी की है और रिजर्व बैंक इस बारे में अपना रुख सार्वजनिक कर चुका है। हालांकि सरकार ने अभी क्रिप्टोकरेंसी को लेकर अपना रुख स्पष्ट नहीं किया है।
इससे पहले वित्त मंत्रालय Ministry of Finance के तहत आर्थिक मामलों के विभाग ने इसी सप्ताह कहा कि वह निजी क्रिप्टोकरेंसी पर जल्द परामर्श पत्र लेकर आएगा। आपको बता दें कि सरकार ने क्रिप्टो करेंसी को मान्यता नहीं दी है लेकिन इस वर्ष 2022-23 से क्रिप्टोकरेंसी को होने वाले इनकम पर 30 फीसदी कैपिटल गेन टैक्स Capital Gains Tax लगाने का फैसला किया है और साथ ही क्रिप्टो के लेन देन पर 1 फीसदी टीडीएस TDS का भी भुगतान करना होगा जो एक जुलाई से लागू होने जा रहा है।