बॉन्ड यील्ड बढ़ने से बैंकों को 13000 करोड़ का नुकसान

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बॉन्ड यील्ड बढ़ने से बैंकों को 13000 करोड़ का नुकसान
13 Jul 2022
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News Synopsis

बॉन्ड यील्ड Bond Yield बढ़ने से बैंकों Banks को 13000 करोड़ का नुकसान पहुंच सकता है। बॉन्ड प्रतिफल (यील्ड) बढ़ने से बैंकों को अप्रैल-जून तिमाही April-June Quarter में अपने निवेश पर मौजूदा बाजार मूल्य  Market Price के हिसाब से 13,000 करोड़ रुपए का नुकसान हो सकता है। मंगलवार को रेटिंग एजेंसी इक्रा Rating Agency ICRA ने कहा कि 30 जून, 2022 को समाप्त तिमाही में लाभ कुछ  कम होगा।

लेकिन, कर्ज में अच्छी वृद्धि और परिचालन लाभ Good Growth and Operating Profit से बैंकों का मुनाफा 2022-23 में लगातार बने रहने का अनुमान है। बैंकों के कर्ज में 2022-23 में 10.1 से 11 फीसदी वृद्धि की उम्मीद की जा सकती है। रिपोर्ट में बताया गया है कि बैंकों के निवेश पोर्टफोलियो Investment Portfolio of Banks में सरकारी प्रतिभूतियां Government Securities अधिक हैं। खासकर वे प्रतिभूतियां ज्यादा हैं, जो लंबी अवधि की हैं।

बॉन्ड प्रतिफल बढ़ने से लाभ के नजरिये से चुनौतियां उत्पन्न हुई हैं। चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों Public Sector Banks को बॉन्ड पोर्टफोलियो पर 8,000 से 10,000 करोड़ का नुकसान हो सकता है। निजी क्षेत्र के बैंकों को 2,400 से 3,000 करोड़ की चपत लग सकती है। इक्रा के उपाध्यक्ष अनिल गुप्ता Vice President Anil Gupta ने जानकारी देते हुए कहा है कि, नुकसान के बाद भी 2022-23 में परिचालन लाभ 11-12 फीसदी बढ़ने की संभावना को देखते हुए हमारा अनुमान है कि बैंकों का मुनाफा बना रहेगा।

मुख्य परिचालन लाभ Operating Profit बढ़ने से ‘मार्क टू मार्केट’ Mark to Market नुकसान का असर कम होगा।