ब्याज दरें बढ़ाने पर भी ज्यादातर देशों में 8 फीसदी से अधिक है खुदरा महंगाई

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ब्याज दरें बढ़ाने पर भी ज्यादातर देशों में 8 फीसदी से अधिक है खुदरा महंगाई
24 Sep 2022
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News Synopsis

बढ़ती महंगाई Rising inflation के बीच दुनियाभर के केंद्रीय बैंक central bank लगातार ब्याज दरों interest rate hike में इजाफा करते जा रहे है। इसके बाद भी महंगाई उच्च स्तर high level पर बनी हुई है। दुनिया के ज्यादातर देशों में महंगाई 8 फीसदी से ऊपर कायम है। अमेरिका US में यह अगस्त में 8.3 फीसदी रही। यूरोप क्षेत्र में 9.1 फीसदी, यूके में 9.9 फीसदी और ब्रिक्स देशों BRICS countries में भी 8 फीसदी से ज्यादा रही है। वहीं इसको लेकर विशेषज्ञों का कहना है कि, विकसित देशों से लेकर विकासशील देश developing countries उच्च महंगाई से लड़ने के लिए ब्याज दरों को बढ़ा रहे हैं।

अमेरिका सहित चीन China, जापान Japan, भारत  India और अन्य देशों ने एक से 2 फीसदी तक दरों को बढ़ाया है। इस महीने भी एक दर्जन देश दरें बढ़ाने की योजना बना रहे हैं। महंगाई को देखते हुए आरबीआई RBI के पास नीतिगत दर policy rate में अगले हफ्ते 0.50 फीसदी की एक और वृद्धि करने के सिवाय कोई रास्ता नहीं रह गया है। दिसंबर तक रेपो दर को 6.25 फीसदी तक ले जाया जा सकता है। एसबीआई के समूह मुख्य अर्थशास्त्री सौम्य कांति घोष  Chief Economist Soumya Kanti Ghosh ने कहा, मौजूदा विदेशी झटकों को देखते हुए रेपो दर में आधा फीसदी की वृद्धि होना तय है।

दिसंबर में भी 0.35 फीसदी तक की वृद्धि हो सकती है। अगर बात करें तो देश का विदेशी मुद्रा भंडार forex reserves लगातार 7वें हफ्ते कम हुआ है। 16 सितंबर को समाप्त हफ्ते में यह 5.22 अरब डॉलर घटकर 545.65 अरब डॉलर पर आ गया है। रिजर्व बैंक के आंकड़ों की मानें तो, 2 अक्तूबर, 2020 के बाद यह सबसे कम भंडार है। इस बार इसकी विदेशी मुद्रा में 4.70 अरब डॉलर की जबकि सोने के भंडार में 45.8 करोड़ डॉलर की कमी दर्ज की गई और यह 38.19 अरब डॉलर रहा।

विश्लेषकों का मानना है कि इस साल भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में और कमी आ सकती है, क्योंकि चालू खाता current account घाटा तेजी से बढ़ रहा है। साथ ही रुपये की गिरावट को रोकने के लिए आरबीआई लगातार डॉलर छोड़ रहा है।