Udaan ने 75 मिलियन डॉलर की सीरीज G राउंड को पूरा किया

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Udaan ने 75 मिलियन डॉलर की सीरीज G राउंड को पूरा किया
18 Feb 2025
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News Synopsis

B2B ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म Udaan ने सीरीज जी फंडिंग में $75 मिलियन हासिल किए हैं, कंपनी के को-फाउंडर और सीईओ वैभव गुप्ता Vaibhav Gupta ने घोषणा की।

इस राउंड का नेतृत्व यूके स्थित M&G ने किया, जिसमें मौजूदा निवेशक लाइटस्पीड वेंचर पार्टनर्स ने भी भाग लिया। टाउनहॉल के दौरान वैभव गुप्ता ने यह भी बताया कि कंपनी आने वाली तिमाही में एडिशनल $25 मिलियन जुटाने के लिए एडवांस्ड चर्चाओं में है।

दिसंबर 2023 में कंपनी के पिछले दौर के $340 मिलियन की तुलना में लेटेस्ट फंडिंग एक समान वैल्यूएशन पर है, जिसमें इसका वैल्यूएशन $1.8 बिलियन था। हालांकि यह अभी भी 2021 में कंपनी के $3.2 बिलियन के हाई वैल्यूएशन से 44% कम है। लेटेस्ट दौर को छोड़कर कंपनी ने कुल $1.88 बिलियन जुटाए हैं।

सूत्रों ने बताया कि नई कैपिटल का उपयोग कस्टमर अनुभव को बेहतर बनाने, मार्केट में पैठ बढ़ाने, स्ट्रेटेजिक वेंडर साझेदारी को मजबूत करने और सप्लाई चेन और क्रेडिट में लॉन्ग-टर्म क्षमताओं को मजबूत करने के लिए किया जाएगा।

ट्रैक्सन के आंकड़ों के अनुसार उड़ान का रेवेनुए FY24 में करीब 29% घटकर 345.7 करोड़ रुपये रह गया, जो FY23 में 486.5 करोड़ रुपये था। हालांकि कंपनी का नेट लॉस FY24 में करीब 39% घटकर 657.8 करोड़ रुपये रह गया, जो FY23 में 1,084 करोड़ रुपये था।

वर्ष 2024 में उड़ान ने 65% रेवेनुए ग्रोथ हासिल की और डेली ट्रांसक्शन करने वाले खरीदारों में 70% की वृद्धि दर्ज की। इसने एब्सॉल्यूट एबिटा बर्न में 30% की कमी भी हासिल की, जबकि ग्रॉस मार्जिन में 200 आधार अंकों का सुधार हुआ। सूत्रों ने कहा कि कंपनी ने खरीदार वॉलेट शेयर में 20% की वृद्धि दर्ज की है, और 90% से अधिक का मंथली रिपीट रेटिव बनाए रखा है।

पिछले महीने उड़ान को नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल से अपनी विभिन्न बिज़नेस संस्थाओं को एक यूनिफाइड एंटिटी Hiveloop Ecommerce में समेकित करने की मंजूरी मिली। यह पुनर्गठन कंपनी की पब्लिक लिस्टिंग की योजना की दिशा में एक कदम है।

लाइटस्पीड वेंचर पार्टनर्स लगभग 40% स्वामित्व के साथ उड़ान में सबसे बड़ा शेयरहोल्डर बना हुआ है। M&G जिसके पास पहले लगभग 15% हिस्सेदारी थी, इस दौर के बाद अपनी शेयरहोल्डिंग बढ़ाने की उम्मीद है।

पिछले साल उड़ान ने ‘प्रोजेक्ट आयोटा’ नाम से एक ऑपरेशनल रीस्ट्रक्चरिंग पहल की थी, जिसके बाद यह फंडिंग राउंड शुरू हुआ है। इलेक्ट्रिक चार्ज की सबसे छोटी यूनिट के नाम पर इस प्रोजेक्ट में शहरों को 2-3 किलोमीटर के दायरे में छोटे-छोटे माइक्रो-मार्केट में विभाजित करना शामिल था, जिसमें 1,000 शहरों से लेकर 15 प्रमुख क्लस्टर तक के ऑपरेशन को समेकित किया गया था। कंपनी ने अपने मुख्य फूड बिज़नेस पर ध्यान केंद्रित करने के लिए फैशन और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे सेगमेंट में भी कटौती की थी।