महंगाई को काबू में करने के लिए बढ़ानी होगी ब्याज दर- राजन

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अपनी बेबाक राय रखने के लिये चर्चित भारतीय रिजर्व बैंक Reserve Bank Of India के पूर्व गनर्वर Former Governor रघुराम राजन के Raghuram Rajan के अनुसार यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि मुद्रास्फीति Inflation के खिलाफ अभियान कभी समाप्त नहीं होता। उन्होंने सोशल नेटवर्किंग साइट Social Networking Site लिंक्डइन LinkedIn पर लिखा कि भारत में मुद्रास्फीति बढ़ रही है। एक समय पर आरबीआई RBI को दुनिया के अन्य देशों की तरह ही नीतिगत दरें बढ़ानी ही पड़ेंगी। इसका कोई दूसरा उपाय नहीं हैं। इसके साथ ही केंद्रीय बैंक द्वारा महंगाई को काबू में करने के लिए ब्याज दरों को बढ़ाना ही होगा।
इसे राष्ट्रविरोधी गतिविधियों के रूप में नहीं देखना चाहिए। केंद्रीय बैंक Central Bank को कभी न कभी यह काम करना ही होगा। भारत India में महंगाई की दरें बढ़ रही हैं। ऐसे में नीतिगत दरों को उसी तरह बढ़ाना होगा, जैसे पूरी दुनिया कर रही है। गौरतलब है कि इस महीने की शुरुआत में केंद्रीय बैंक ने द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा में महंगाई में तेजी के बावजूद आर्थिक वृद्धि को गति देने के मकसद से नीतिगत दर रेपो Policy Rate Repo को लगातार 11वीं बार निचले स्तर पर बरकरार रखा था। आरबीआई ने चालू वित्त वर्ष के लिये खुदरा मुद्रास्फीति के अनुमान को बढ़ाकर 5.7 प्रतिशत कर दिया जबकि पूर्व में इसके 4.5 प्रतिशत रहने की संभावना जतायी गयी थी। अपनी बात जारी रखते हुए राजन ने कहा कि वर्ष 1990-91 में तेल की ऊंची कीमतों के कारण उत्पन्न संकट के कारण ही हमें मुद्राकोष Monetary Fund के पास जाना पड़ा था। केंद्रीय बैंक के मजबूत आर्थिक प्रबंधन Strong Economic Management से यह सुनिश्चित हुआ है कि वैसी स्थिति दोबारा नहीं है ।