मूनलाइटिंग पर छिड़ी है बहस, विप्रो चेयरमैन रिशद प्रेमजी ने किया था ट्वीट

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मूनलाइटिंग पर छिड़ी है बहस, विप्रो चेयरमैन रिशद प्रेमजी ने किया था ट्वीट
07 Sep 2022
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News Synopsis

मूनलाइटिंग Moonlighting को लेकर बहस छिड़ गई है। ये भारत India में नया है लेकिन, अमेरिका US में 1964 में 37 लाख लोग एक साथ दो-दो नौकरियां किया करते थे। विप्रो चेयरमैन रिशद प्रेमजी Wipro Chairman Rishad Premji ने जब से आईटी क्षेत्र IT Sector में मूनलाइटिंग प्रैक्टिस Moonlighting Practice को नियोक्ता के साथ धोखा करार देने वाला ट्वीट किया है, तब से इस मुद्दे पर बहस छिड़ गई है। जबकि अमेरिका में 1964 में 37 लाख लोग एक साथ दो-दो नौकरियां किया करते थे। यह दावा यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन University of Michigan की लाइब्रेरी में मौजूद 'टेक्नोलॉजी एंड द अमेरिकन इकॉनमी' Technology and the American Economy रिपोर्ट में किया गया है।

इसके मुताबिक, यह संख्या उस समय अमेरिका में नौकरी करने वालों का 5.2 फीसदी है। इनमें से 10 लाख लोग पहली नौकरी कृषि क्षेत्र Agriculture Sector में करते थे। इनमें से बड़ी संख्या ऐसे लोगों की थी, जिन्होंने पहली या दूसरी नौकरी के रूप स्व-रोजगार Self-Employment अपना रखा था। फेडरल ब्यूरो ऑफ लेबर स्टैटिस्टिक्स Federal Bureau of Labor Statistics (बीएलएस) की मानें तो, अमेरिका में जुलाई, 2014 तक 68 लाख या 4.6 फीसदी लोग एक से ज्यादा नौकरियां करते थे। 1990 में प्रकाशित बीएलएस की मासिक श्रम समीक्षा Monthly Labor Review में दावा किया गया कि 1980 के दशक में मूनलाइटिंग का चलन तेजी से बढ़ा।

1980 में एक साथ कई नौकरियां करने वालों की संख्या 4.9 फीसदी थी, जो 1989 में बढ़कर 6.2 फीसदी पहुंच गई। नवंबर, 1996 में यह संख्या बढ़कर 6.6 फीसदी पहुंच गई। वहीं सितंबर, 2021 में प्रकाशित एमटीवी के एक सर्वे के मुताबिक, 70 फीसदी उत्तरदाताओं ने कहा कि वे मशहूर होने के लिए मूनलाइटिंग करना चाहते हैं। 69 फीसदी फुलटाइम नौकरी Full Time Jobs के अलावा अपने शौक को कमाई का जरिया बनाना चाहते हैं। इसलिए वे अपने शौक के मुताबिक दूसरी नौकरी करना चाहते हैं।