News In Brief Business and Economy
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छोटे निवेशकों को नहीं भा रहा आरबीआई का यह प्लान

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छोटे निवेशकों को नहीं भा रहा आरबीआई का यह प्लान
26 May 2022
7 min read

News Synopsis

भारतीय रिजर्व बैंक Reserve Bank of India की ओर से बॉन्ड Bonds में खुदरा निवेशकों Retail Investors को सीधे निवेश की सुविधा Direct Investment Facility को लेकर ग्राहकों में ज्यादा उत्साह नहीं दिख रहा है। आरबीआई के आंकड़ों को देखा जाए तो इस योजना के पहले छह महीनों में केवल ₹96 करोड़ के सरकारी बॉन्ड खरीदे गए हैं। बैंक बाजार BankBazaar.com  के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आदिल शेट्टी Chief Executive Officer Adil Shetty ने इस बारे में कहा कि सरकारी प्रतिभूतियों में प्रत्यक्ष निवेश Direct Investment in Government Securities एक नया विचार है, और अधिकांश खुदरा निवेशक अभी इसमें आगे नहीं आ रहे हैं।

इसके अलावा इसमें निवेश की प्रक्रिया भी इक्विटी Equity की तरह सरल और निर्बाध नहीं है। लेकिन शेट्टी को उम्मीद है कि समय के साथ ज्यादा से ज्यादा खुदरा निवेशक सीधे निवेश करेंगे, क्योंकि यह कई छोटी बचत योजनाओं की तुलना में अधिक रिटर्न के साथ-साथ पूंजी सुरक्षा प्रदान कर सकता है।

सूचना के अधिकार Right to Information के तहत मिले जवाब के अनुसार नवंबर में लॉन्च होने से लेकर अप्रैल के अंत तक इस योजना में कुल 73,713 पंजीकरण हुए। पंजीकरण की सबसे अधिक संख्या, 45,847, पहले महीने में हुई और तब से इसमें गिरावट जारी है। इस साल अप्रैल में केवल 3,590 पंजीकरण हुए। इस योजना का उद्देश्य अधिक से अधिक लोगों को बॉन्ड बाजारों Bond Markets में लाना है, जिससे सरकार के उधार के अवसरों का विस्तार होता है।

खुदरा निवेशक एक समर्पित वेबसाइट के माध्यम से ट्रेजरी बिल Treasury Bills और सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड Sovereign Gold Bonds और विभिन्न राज्य सरकारों द्वारा जारी प्रतिभूतियों सहित सभी केंद्र सरकार की प्रतिभूतियों के प्राथमिक निर्गम में गैर-प्रतिस्पर्धी बोलियां लगा सकते हैं।