News In Brief Business and Economy
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छोटे ब्रांड कर रहे देश की जरूरतों को पूरा 

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छोटे ब्रांड कर रहे देश की जरूरतों को पूरा 
18 Apr 2022
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News Synopsis

यह एक ग़लतफहमी है कि बड़े कॉरपोरेट घरानों Big Corporate Houses के लगभग 3000 बड़े ब्रांड Brands विशेष रूप से एफएमसीजी क्षेत्र FMCG Sector उपभोक्ता Consumer वस्तुओं और सौंदर्य प्रसाधन Cosmetics के क्षेत्र में देश के लोगों की जरूरतों को पूरा कर रहे हैं। जबकि सच्चाई यह है कि देश के हर हिस्से में फैले 30 हजार से अधिक छोटे व मध्यम क्षेत्रीय स्तरीय Medium Sector Level  ब्रांड भारत India के लोगों की जरूरतों को पूरा कर रहे हैं। कंफडरेशन आफ आल इंडिया ट्रेडर्स Confederation of All India Traders के रिसर्च विंग Research Wing के ताजे सर्वेक्षण Fresh Survey में यह बात सामने आई है।

रिसर्च विंग के सर्वे के अनुसार लगभग 3000 कॉर्पोरेट ब्रांड Corporate Brands भारत की लगभग 20 प्रतिशत आबादी की जरूरतों को पूरा करते हैं जबकि देश के विभिन्न राज्यों States में 30 हजार से अधिक छोटे और मध्यम ब्रांड देश की शेष 80 प्रतिशत लोगों की जरूरतों को पूरा कर रहे हैं। कैट के राष्ट्रीय महासचिव National General Secretary of CAT प्रवीण खंडेलवाल Praveen Khandelwal व राष्ट्रीय सचिव सुरेश सोंथालिया National Secretary Suresh Sonthalia  का कहना है कि छोटे उद्यमी अपने उत्पाद की ब्रांडिंग या प्रचार-प्रसार नहीं करते।

जबकि बड़ी कंपनियां अपने ब्रांड एंडोर्समेंट Brand endorsement के कारण उच्च, मध्यम उच्च वर्ग के लोगों का रूझान कारपोरेट ब्रांड पर रहता है। राष्ट्रीय सचिव सुरेश सोंथालिया का कहना है कि यह एक वास्तविकता को दर्शाता है कि छोटे और स्थानीय ब्रांड ग्राहकों के बीच ज्यादा लोकप्रिय हैं और देश की अधिकांश आबादी द्वारा ख़रीदे जाते हैं और वह दिन दूर नहीं जब खुदरा व्यापार Retail business प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी Prime Minister Narendra Modi के मेक इन इंडिया Make in India तथा आत्मनिर्भर भारत Self-reliant India को पूरा करने में सक्षम हो जाएगा।