SBI ने YONO 2.0 लॉन्च किया
News Synopsis
देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने डिजिटल बैंकिंग की दिशा में एक और बड़ा कदम उठा लिया है, SBI ने YONO 2.0 को लॉन्च करते हुए अपनी पूरी डिजिटल बैंकिंग जर्नी को नए सिरे से पेश किया है, बैंक का साफ कहना है, कि अब ग्राहक अनुभव को टेक्नोलॉजी के जरिए और बेहतर बनाया जाएगा।
फिलहाल SBI के पास 9.6 करोड़ YONO यूजर्स हैं, और बैंक का लक्ष्य इसे 20 करोड़ तक ले जाने का है, SBI का मानना है, कि आने वाले समय में ज्यादातर बैंकिंग मोबाइल और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर ही होगी, इसलिए सिस्टम को अभी से मजबूत बनाया जा रहा है।
डिजिटल बैंकिंग को नए तरीके से पेश करने की तैयारी
SBI ने YONO 2.0 को सिर्फ एक ऐप अपडेट की तरह नहीं, बल्कि पूरी डिजिटल बैंकिंग सोच को बदलने के तौर पर लॉन्च किया है, बैंक का कहना है, कि अब ग्राहक को हर प्लेटफॉर्म पर एक जैसा अनुभव मिलेगा, चाहे वह मोबाइल ऐप हो या इंटरनेट बैंकिंग।
इसके लिए यूनिफाइड बैकएंड सिस्टम तैयार किया गया है, जिससे सभी डिजिटल प्लेटफॉर्म एक ही टेक्नोलॉजी पर काम करेंगे, इससे न सिर्फ स्पीड बढ़ेगी, बल्कि सर्विस में भी फर्क नजर आएगा।
टेक्नोलॉजी से घटा ग्राहक जोड़ने का खर्च
SBI ने बताया कि टेक्नोलॉजी की मदद से ग्राहक जोड़ने की लागत में जबरदस्त कमी आई है, ब्रांच के मुकाबले अब 1/10 खर्च में नया ग्राहक जोड़ा जा रहा है, डिजिटल कस्टमर एक्विजिशन ने बैंकिंग को सस्ता और तेज बना दिया है,
बैंक के चेयरमैन के मुताबिक SBI में करीब 65 प्रतिशत सेविंग अकाउंट अब डिजिटल तरीके से खोले जा रहे हैं, यही वजह है, कि 80 से 90 प्रतिशत ब्रांचों में फुटफॉल पहले के मुकाबले कम हुआ है।
आसान KYC और बार-बार वेरिफिकेशन से राहत
YONO 2.0 में Simplified KYC और Re-KYC की सुविधा दी गई है, इसका मतलब है, कि ग्राहकों को बार-बार डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन कराने की जरूरत नहीं होगी, यह फीचर खासतौर पर उन यूजर्स के लिए फायदेमंद है, जो बार-बार ब्रांच जाने से बचना चाहते हैं, बैंक का फोकस है, कि ज्यादा से ज्यादा काम मोबाइल पर ही पूरे हो जाएं।
सभी भाषाओं में एक जैसा अनुभव
फिलहाल YONO हिंदी और इंग्लिश में उपलब्ध है, लेकिन SBI इसे जल्द 15 भारतीय भाषाओं में लॉन्च करने की तैयारी में है, बैंक का मानना है, कि भाषा की वजह से कोई भी ग्राहक डिजिटल बैंकिंग से दूर नहीं रहना चाहिए, हर प्लेटफॉर्म पर एक जैसा यूजर इंटरफेस रखा गया है, ताकि नया यूजर भी बिना परेशानी के ऐप इस्तेमाल कर सके।
ग्रीन बैंकिंग और कार्बन फुटप्रिंट पर नजर
YONO 2.0 में ग्रीन बैंकिंग पर भी खास फोकस किया गया है, इसमें Carbon Footprint Tracking और Green Score जैसे फीचर्स जोड़े गए हैं, इन फीचर्स की मदद से ग्राहक यह देख पाएंगे कि उनकी बैंकिंग आदतें पर्यावरण पर कितना असर डाल रही हैं, SBI का कहना है, कि बैंकिंग के साथ-साथ जिम्मेदारी भी जरूरी है।
TCS की टेक्नोलॉजी और आगे की प्लानिंग
YONO 2.0 को TCS ने तैयार किया है, SBI ने साफ किया है, कि फिलहाल YONO को कमाई का जरिया बनाने का कोई प्लान नहीं है, अभी फोकस सिर्फ ग्राहकों को मजबूत और सशक्त बनाने पर है, दिलचस्प बात यह है, कि SBI ने YONO 3.0 पर काम भी शुरू कर दिया है, इसके अलावा 10 हजार फ्लोर मैनेजर ब्रांचों में तैनात किए जाएंगे, जो ग्राहकों को डिजिटल माइग्रेशन में मदद करेंगे।
निष्कर्ष
YONO 2.0 के लॉन्च के साथ SBI ने साफ कर दिया है, कि भविष्य की बैंकिंग पूरी तरह डिजिटल होगी, आसान KYC, मल्टी लैंग्वेज सपोर्ट, ग्रीन फीचर्स और कम खर्च में ग्राहक जोड़ने की रणनीति SBI को आगे ले जा सकती है, आने वाले समय में YONO भारतीय बैंकिंग की रीढ़ बनता दिख सकता है।


