साड़ी उद्योग 1 लाख करोड़ रुपए के पार, उत्तर भारत का हिस्सा सिर्फ इतना

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साड़ी उद्योग 1 लाख करोड़ रुपए के पार, उत्तर भारत का हिस्सा सिर्फ इतना
20 Sep 2022
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News Synopsis

भारत India में साड़ी Saree को महिलाओं Women को मुख्य पहनावा माना जाता है। खबर के मुताबिक देश में साड़ी का कारोबार Sari Business एक लाख करोड़ पार पहुंच गया है। जबकि आबादी के लिहाज से सबसे बड़े क्षेत्र उत्तर भारत North India का हिस्सा सिर्फ 15,000 करोड़ का है। एक रिपोर्ट के अनुसार, 37 करोड़ भारतीय महिलाएं Indian Women जिनकी उम्र 25 साल से अधिक है, वे सालाना औसतन 3,500 से 4,000 रुपए साड़ी खरीदने पर खर्च करती हैं। साड़ी उद्योग 25 साल से ज्यादा उम्र वाली महिलाओं को फोकस में रखकर काम करता है, ऐसा अनुमान है कि साल 2031 तक इन महिलाओं Women's की संख्या 45.5 करोड़ और 2036 तक 49 करोड़ हो सकती है।

टेक्नोपार्क Technopark की एक रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर भारत में साड़ी का कारोबार वित्त वर्ष 2020 से 2025 के बीच सालाना 6 फीसदी की दर से बढ़ सकता है। गौर करने वाली बात ये है कि बनारसी साड़ी Banarasi Sarees ज्यादा मशहूर है। इसके बाद राजस्थान के कोटा का नाम आता है। वहीं साड़ी के लिहाज से मध्य प्रदेश की चंदेरी Chanderi of Madhya Pradesh की शुरुआत 13वीं सदी में हुई थी।

साड़ियों की 41 फीसदी बिक्री त्योहारी और शादियों Festivals & Weddings के मौसम में होती है। यानी 23,200 करोड़ रुपए की साड़ी इस दौरान बिकी है। इसे देखते हुए रिलायंस रिटेल Reliance Retail, टाटा समूह और बिरला समूह Tata Group and Birla Group अलग-अलग ब्रांड के जरिये इस सेक्टर में मौजूद हैं। आने वाले समय में कंपनियां ज्यादा विस्तार की योजना बना रही हैं।